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भारत के राष्ट्रपति कल अनुसंधान और प्रौद्योगिकी विकास के लिए कुलाध्यक्ष पुरस्कार प्रदान करेंगे

राष्ट्रपति भवन : 01.05.2018

भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद कल 2 मई, 2018 को राष्ट्रपति भवन में केन्‍द्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की बैठक के दौरान मौलिक और अनुप्रयुक्त विज्ञान तथा मानविकी, कला और सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए कुलाध्‍यक्ष पुरस्कार प्रदान करेंगे।वे प्रौद्योगिकी विकास के लिए कुलाध्‍यक्ष पुरस्कार भी प्रदान करेंगे।

मौलिक और अनुप्रयुक्त विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान के लिएकुलाध्‍यक्ष पुरस्कार संयुक्त रूप से दो शिक्षाविदों को प्रदान किया जाएगा। पहला, प्रो. संजय के. जैन, औषध विज्ञान विभाग, डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर, मध्यप्रदेश को कोलोन ट्यूमर में लक्षित पहुंच के लिए ऑक्‍सेलिप्‍लेटिन युक्‍त फॉलिक एसिड अनुबद्ध लिपोसोम का प्रयोग करने वाली औषधि संदाय प्रणाली के विकास में उनके योगदान के लिए दिया जाएगा। इसमें कैंसर के इलाज में विषाक्तता, खुराक, पथापथ्‍य-नियम और लागत को कम करने की क्षमता है। दूसरे विजेता, प्रो. आशीस कुमार मुखर्जी,आणविक जीवविज्ञान और जैव-प्रौद्योगिकी विभाग, तेजपुर विश्वविद्यालय, असम के हैं जिन्हें भारत के भिन्न-भिन्‍न अवस्थानों से प्राप्‍त सर्प-विष अवयवों की आणविक संरचना एवं विषाक्‍तता के बारे में उनके अनुसंधान के लिए पुरस्‍कार दियाजाएगा। इस खोज से भी रोगों के इलाज की नई दवा के रूप में उपयोगी होने की संभावना है।

मानविकी, कला और सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए कुलाध्‍यक्ष पुरस्कार प्रोफेसर प्रमोद के. नायर, अंग्रेजी विभाग, मानविकी पीठ, हैदराबाद विश्वविद्यालय, तेलंगाना को विशेष रूप से वंचितों के लिए कविता,संस्मरण और उपन्‍यास, भोपाल गैस त्रासदी और अन्‍य प्रसंगों के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में शोध और प्रकाशनों के लिए प्रदान किया जाएगा।

प्रौद्योगिकी विकास के लिए कुलाध्‍यक्ष पुरस्कार प्रोफेसर अश्विनी पारीक, स्‍कूल ऑफ लाइफ साइंसिज,जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली को अगली पीढ़ी के स्ट्रेसटॉलरेंट चावल के विकास के लिए प्रदान किया जाएगा। इसमें कृषि आय को बढ़ाने की संभावना है।

विजेताओं के चयन के लिए प्रत्येक वर्ग के लिए सभी केन्‍द्रीय विश्वविद्यालयों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए थे। राष्ट्रपति के सचिव, श्री संजय कोठारी की अध्यक्षता में विख्यात व्यक्तियों और शिक्षाविदों की सदस्‍यतावाली चयन समितिने, एक उप समिति की सहायता से पुरस्कार विजेताओं का चयन किया।

यह विज्ञप्ति 1625 बजे जारी की गई