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भारत के राष्ट्रपति ने महाराष्ट्र में ‘शहरी महाराष्ट्र को खुले में शौच मुक्त’ घोषित करने के लिए आयोजित समारोह का आतिथ्य किया, शिरडी एयरपोर्ट का और साई बाबा की समाधि के शताब्दी समारोह का उद्घाटन किया

राष्ट्रपति भवन : 01.10.2017

भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (01 अक्तूबर, 2017) मुंबई में शहरी महाराष्ट्र को खुले में शौच मुक्त घोषित करने के लिए आयोजित समारोह को संबोधित किया।

इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि स्वच्छ भारत की स्थापना से ही एक स्वस्थ और खुशहाल भारत का निर्माण होगा। उन्होंने शहरी महाराष्ट्र के ओडीएफ घोषित होने के ऐतिहासिक अवसर पर महाराष्ट्र की सरकार और मुख्यमंत्री को बधाई दी। उन्होंने ‘स्वच्छ भारत टीम’ और उन सबको मुबारकबाद दी जिन्होंने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की और 02 अक्तूबर, 2015 के 02 वर्ष के निर्धारित समय की प्रतिबद्धता को कायम रखा। उन्होंने कहा कि ऐसी सफलता केवल तभी संभव है जब सभी भागीदारों का सहयोग हो।

राष्ट्रपति ने कहा कि शहरी महाराष्ट्र की ओडीएफ घोषणा करना राज्य के संदर्भ में विशेष रूप से प्रासंगिक है क्योंकि महाराष्ट्र की 49 प्रतिशत जनता शहरी क्षेत्र में रहते हैं। उन्होंने कहा कि स्मार्ट शहरों को भी स्मार्ट स्वच्छता और स्मार्ट स्वच्छता प्रबंधन की आवश्यकता होती है। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि यह बड़े संतोष का विषय है कि सरकार इस सफल अभियान को निरंतर बनाए रखने पर केंद्रित हो रही है। ‘ओडी वॉच’ मानीटरिंग लोगों में बदलाव लाने और पुरानी आदतें छोड़ने और खुले में शौच की प्रवृत्ति को दुबारा न अपनाने में उपयोगी होगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि जैसे राज्य ओडीएफ के लक्ष्य को हासिल करने में सफल रहा है, वैसे ही यह 100प्रतिशत अपशिष्ट प्रबंधन के लक्ष्य को भी हासिल करेगा। राष्ट्रपति ने कहा कि कल गांधी जयंती है और महाराष्ट्र ने शहरी महाराष्ट्र को ओडीएफ घोषित करके गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि दी है।

इस दिन की शुरुआत में राष्ट्रपति ने शिरडी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का उद्घाटन किया। शिरडी से मुंबई तक उद्घाटित उड़ान को झंडी दिखाकर रवाना किया और शिरडी में श्री साईं बाबा की समाधि के शताब्दी समारोह का उद्घाटन भी किया।

शिरडी में राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे देश में साईं बाबा के प्रति हर जाति, धर्म, पंथ और वर्ग आकर्षित रहते हैं। ‘सबका मालिक एक है जैसी सरल उक्ति का प्रयोग करके, साईं बाबा ने आम आदमी को ‘अद्वैत’ का दर्शन कराया।’ साईं बाबा का प्रभाव पूरे विश्व में देखा जा सकता है।

इसके अतिरिक्त राष्ट्रपति ने कहा कि आध्यात्मिक जुड़ाव के साथ-साथ देश को बड़ी आधारभूत परियोजनाओं के माध्यम से भौतिक जुड़ाव की भी आवश्यकता है। उन्होंने साधन के रूप में एयरपोर्ट के निर्माण की सराहना की जो यात्रियों और आगंतुकों की सहायता करेगा और शिरडी में आर्थिक सक्रियता और रोजगार सृजन को प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि बड़ी संख्या में लोग आज उद्घाटन किए गए शिरडी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का लाभ उठाएंगे।

यह विज्ञप्ति 1620 बजे जारी की गई।