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गांधी जयंती की पूर्व संध्‍या पर भारत के राष्ट्रपति का संदेश

राष्ट्रपति भवन : 01.10.2018

भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्‍द ने गांधी जयंती की पूर्व संध्‍या पर राष्‍ट्र को निम्‍नलिखित संदेश जारी किया।

अपने संदेश में उन्‍होंने कहा ‘राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी का जीवन शांति, बंधुता, सद्भाव और समावेशी विकास के आदर्शों के प्रति समर्पित था। गांधी जयंती, इन आदर्शों के प्रति हमारी निष्‍ठा और संकल्‍प को दुहराने का अवसर है। पूरी दुनिया में गांधीजी की शिक्षाएं और उनका जीवन सम्‍मान की दृष्टि से देखा जाता है और इसीलिए वे न केवल भारतीयों के लिए अपितु पुरी दुनिया के आदर्श बने हुए हैं। इस वर्ष हम गांधीजी की 150वीं जयंती के समारोहों का शुभारंभ कर रहे हैं, अत: यह वर्ष हम सबके लिए विशेष रूप से महत्‍वपूर्ण है।

गांधीजी ने हमारे देश और उपमहाद्वीप के करोड़ों लोगों को स्‍वतंत्रता संग्राम में भाग लेने की प्रेरणा दी। जब भारत स्‍वाधीन हुआ तब देशवासियों ने महसूस किया कि अब वे राष्‍ट्र के भविष्‍य का निर्माण स्‍वयं कर सकते हैं। गरीबी, निरक्षरता और भेदभाव समाप्‍त करने एवं आर्थिक व सामाजिक प्रगति के हमारे प्रयासों में गांधीजी का मार्गदर्शन आज भी प्रासंगिक है।

इस वर्ष गांधीजी की जयंती पर, उनके जीवन से जुड़े जन-कल्‍याण कार्यक्रमों को आगे बढ़ाना सर्वथा उपयुक्‍त है। गांधीजी ने स्‍वस्‍थ जीवन के लिए स्‍वच्‍छता पर हमेशा बल दिया, अत: स्‍वच्‍छ भारत अभियान उनके प्रति देशवासियों की आस्‍था का प्रतीक है।

आइए, गांधी जयंती के अवसर पर हम सब अपने घरों, आवासीय क्षेत्रों, शहरों, गांवों और पूरे देश को स्‍वच्‍छ बनाने तथा पूर्ण स्‍वच्‍छता के संदेश को प्रसारित करने का संकल्‍प लें। महात्‍मा गांधी की शिक्षाएं सभी देशवासियों और पूरी मानवता के लिए आज भी प्रासंगिक हैं।’

यह विज्ञप्ति 1615 बजे जारी की गई।