भारत के राष्ट्रपति 4-5 जून, 2018 को राष्ट्रपति भवन में राज्यपालों और उपराज्यपालों के दो दिवसीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे
राष्ट्रपति भवन : 02.06.2018
भारत के राष्ट्रपति, श्री रामनाथ कोविन्द 4 और 5 जून, 2018 को राष्ट्रपति भवन में राज्यपालों और उप राज्यपालों के दो दिवसीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। यह राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाला ऐसा 49वां और राष्ट्रपति कोविन्द की अध्यक्षता में दूसरा सम्मेलन होगा।
राज्यपालों का पहला सम्मेलन 1949 में, राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया गया था। इसकी अध्यक्षता भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल श्री सी. राजगोपालाचारी ने की थी।
इस दो दिवसीय सम्मेलन में अनेक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण विषय-गत मुद्दों पर विभिन्न सत्रों में विचार विमर्श किया जाएगा। 4जून, 2018 को राष्ट्रपति के आरंभिक उद्बोधन के साथ सम्मेलन आरंभ होगा। दूसरे सत्र में भारत सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों और आंतरिक सुरक्षा पर संक्षिप्त विवरण और प्रस्तुतियां दी जाएंगी। इस सत्र के दौरान, नीति आयोग के उपाध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार द्वारा प्रस्तुतियां दी जाएंगी। प्रधानमंत्री भी उपस्थित लोगों को संबोधित करेंगे
तीसरे सत्र में राज्य विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा तथा ‘नियोज्यता के लिए कौशल विकास’ विषय पर चर्चा की जाएगी।गुजरात के राज्यपाल इस सत्र के संयोजक होंगे। इस सत्र के दौरान उच्चतर शिक्षा सचिव तथा औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग के सचिव द्वारा प्रस्तुतियां दी जाएंगी।
चौथे सत्र में राज्यपाल/उपराज्यपाल ‘राज्यपाल-विकास के राजदूत: केटालिटिक रोल ऑफ गवर्नर्स एज एजेंट्स फॉर चेंज इन सोसाइटी’ रिपोर्ट पर उठाए गए कदमों पर विचार विमर्श करेंगे। राज्यपालों की समिति ने 9 जनवरी, 2018 को यह रिपोर्ट राष्ट्रपति को प्रस्तुत की थी। अक्टूबर, 2017 को राज्यपालों के 48वें सम्मेलन के दौरान इस समिति का गठन किया गया था। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के राज्यपाल इस सत्र के संयोजक होंगे।
5 जून, 2018 को राज्यपाल सम्मेलन के पांचवें सत्र में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाए जाने के तौर-तरीकों पर चर्चा होगी। इस सत्र के दौरान ‘ग्राम स्वराज अभियान’ और ‘स्वच्छता इंटर्नशिप’ पर प्रस्तुतियां दी जाएंगी तथा राज्यपाल/उपराज्यपाल अपने सुझाव देंगे। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल इस सत्र के संयोजक होंगे।
छठे और अंतिम सत्र में, संयोजक राज्यपालों द्वारा विगत विषयगत सत्रों मेंकी गई परिचर्चाओं पर संक्षिप्त प्रस्तुतियां दी जाएंगी। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधान मंत्री, गृह मंत्री और विदेश मंत्री समापन सत्र को संबोधित करेंगे।
5 जून, 2018 को, केन्द्र शासित प्रदेशों पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया जाएगा जिस में केन्द्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल/प्रशासक विभिन्न प्रमुख कार्यक्रमों के कार्यान्वयन की स्थिति पर विचार-विमर्श करेंगे। कैबिनेट सचिव, गृह सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक में भाग लेंगे।
सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के राज्यपाल और उपराज्यपाल इस सम्मेलन में भाग लेंगे। उपराष्ट्रपति; प्रधानमंत्री; केन्द्रीय गृह, विदेश, मानव संसाधन विकास, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री, संस्कृति मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा नीति आयोग के उपाध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा विभिन्न मंत्रालयों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इसमें भाग लेंगे।
यह विज्ञप्ति 1130 बजे जारी की गई।