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भारत के राष्ट्रपति ने ‘वयोश्रेष्ठ सम्मान’ प्रदान किए

राष्ट्रपति भवन : 03.10.2019

भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (03 अक्तूबर, 2019) नई दिल्ली में ‘वयोश्रेष्ठ सम्मान’ प्रदान किए। वरिष्ठ नागरिकों हेतु सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा आरम्भ की गई यह एक राष्ट्रीय पुरस्कार योजना है।

इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि सभी वरिष्ठ जन हमारे सामाजिक व राष्ट्रीय जीवन के महत्वपूर्ण अंग हैं। उन्होंने नोट किया कि केन्द्र और राज्य सरकारें, उनके जीवन को सुगम और सुचारू बनाने के अनेक उपाय कर रही हैं। ‘आयुष्मान भारत’, रियायती रेल किराया, वरिष्ठ नागरिकों के लिए बचत योजनाएं और वृद्धावस्था पेंशन जैसी कल्याणकारी योजनाएं सरकार द्वारा चलाई जा रही हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि सरकारी और निजी क्षेत्र की संस्थाएं अपने स्तर पर जो प्रयास कर रही हैं, उनकी सराहना करते हुए हमें वरिष्ठ जनों के लिए, अपने स्तर पर भी कुछ जिम्मेदारियां लेनी होंगी। हम सबको मिलकर ऐसा वातावरण बनाए रखना होगा, जिसमें हमारे वरिष्ठ जनों को, विचार और चेतना की स्वतंत्रता हो। उनमें ऐसी भावना बनाए रखनी होगी कि समाज में, परिवार में उनकी उपयोगिता है, उनका योगदान है। इससे उनमें आत्मसंतोष का भाव रहेगा और उनका तन-मन स्वस्थ रहेगा।

राष्ट्रपति ने कहा कि युवाओं को भी यह समझना चाहिए कि वयोश्रेष्ठ जन हमारी संपदा हैं, हमारी धरोहर हैं। अपने से बड़े बुजुर्गों का ध्यान रखकर, उन्हें उचित सम्मान देकर, युवा अपने जीवन में बहुत ऊंचा उठ सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सभी पीढ़ियां, एक-दूसरे के साथ सौहार्दपूर्ण जीवन बिताएं और संयुक्त परिवार की हमारी संस्कृति को, सशक्त बनाए रखें। प्रकृति ने हर पीढ़ी के बीच, एक अटूट रिश्ता बनाया है ताकि हमारे अनुभव, ज्ञान और कौशल अगली पीढ़ियों में, सहजता से हस्तांतरित हो सकें।

इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री, श्री थावरचन्द गहलोत और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री, श्री कृष्ण पाल गुर्जर जैसे अनेक गणमान्य महानुभाव उपस्थित थे।