भारत के राष्ट्रपति उत्तराखंड पहुंचे; एम्स ऋषिकेश के प्रथम दीक्षांत समारोह को संबोधित किया; एक प्रभावी अनुसन्धान केन्द्र के रूप में विकसित होने के लिए प्रेरित किया
राष्ट्रपति भवन : 03.11.2018
भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (3 नवम्बर, 2018) उत्तराखंड में, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), ऋषिकेश के प्रथम दीक्षान्त समारोह में भाग लिया और उसे संबोधित कियाl
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि चिकित्सा और अनुसंधान के क्षेत्र में ‘एम्स’ को उत्कृष्टता का प्रतीक माना जाता है।स्वास्थ्य सेवाओं की दृष्टि से अल्प-सेवित क्षेत्रों में, ‘एम्स’ की स्थापना करने से, मरीजों के लिए उच्च-स्तरीय चिकित्सा को सुगम और वहनीय बनाने में बहुत मदद मिलती है। इससे महानगरों के अस्पतालों पर मरीजों की भारी संख्या का दबाव भी कम होगाl
राष्ट्रपति ने कहा, ‘एम्स’ ऋषिकेश को केवल एक अच्छे अस्पताल ही नहीं, बल्कि एक प्रभावीअनुसंधान केन्द्र के रूप में भी आगे बढ़ना है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि‘एम्स’ ऋषिकेश में अनेक सुपर-स्पेशियलिटी संकाय विकसित हो जाएंगे जिससे इस क्षेत्र के अलावा अन्य क्षेत्रों के लोग भी यहाँ इलाज के लिए आएंगे। उन्होंने चिकित्सकों को उत्तराखण्ड क्षेत्र से सम्बंधित स्थानीय स्वास्थ्य-समस्याओं से जुड़े विषयों पर भी अनुसंधान करने के लिए प्रेरित कियाl
इससे पहले, राष्ट्रपति ने हरिद्वार में- उच्च शिक्षा में गुणवत्ता वृद्धि पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन – ‘ज्ञान कुम्भ’ का उद्घाटन कियाlसम्मेलन का आयोजन उत्तराखंड सरकार और पतंजलि विश्वविद्यालय, हरिद्वार द्वारा किया जा रहा हैl
सभा को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार, उच्च शिक्षा का दायित्व केन्द्र और राज्य सरकार दोनों का होता हैl यह सम्मेलन विभिन्न हितधारियों के बीच तालमेल का उदाहरण हैlउन्होंने आशा व्यक्त की कि सम्मेलन के निष्कर्षों के परिणाम स्वरूप न केवल उत्तराखण्ड में अपितु पूरे देश में उच्च शिक्षा के अवसर बढ़ेंगेl
यह विज्ञप्ति 1750 बजे जारी की गईl