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भारत के राष्ट्रपति ने ‘एयरो इंडिया-21’ के समापन समारोह को संबोधित किया

राष्ट्रपति भवन : 05.02.2021

भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने कहा कि आज, भारत केवल एक बाजार ही नहीं है, बल्कि रक्षा क्षेत्र सहित अन्य सभी क्षेत्रों में, भारत पूरी दुनिया के लिए अपार अवसरों वाला देश है। वे आज (5 फरवरी, 2021) बेंगलुरु में ‘एयरो इंडिया-21’ के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। राष्ट्रपति ने कहा कि ‘एयरो इंडिया 2021’ वैश्विक स्तर पर रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्रों में भारत की सतत बढ़ती ताकत का सजीव प्रमाण है। इस कार्यक्रम ने यह दिखा दिया है कि वैश्विक स्तर पर भारत की क्षमताओं में लोगों का विश्वास लगातार बढ़ रहा है।

राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले छह वर्षों में भारत में आरम्भ किए गए सुधारों से निवेशकों और निजी कंपनियों को रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्रों में अभूतपूर्व अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। हमने आत्मनिर्भरता और निर्यात संवर्धन के दोहरे उद्देश्यों को लेकर, रक्षा क्षेत्र में भारत को शीर्ष देशों में रखने के उद्देश्य से अनेक नीतिगत पहलें की हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि निर्माताओं को भारत में अपनी इकाइयों की स्थापना के लिए प्रोत्साहित करने की दृष्टि से 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस'को बढ़ावा देने पर सरकार का ध्यान केंद्रित है। रक्षा क्षेत्र में भी लगातार उदारीकरण किया जा रहा है। अनेक वस्तुओं के लिए औद्योगिक लाइसेंसिंग की आवश्यकताओं को समाप्त कर दिया गया है। औद्योगिक लाइसेंस और निर्यात प्राधिकारों सम्बन्धी प्रक्रियाओं को सरल और ऑन-लाइन बनाया गया है। रक्षा उद्योगों की स्थापना और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों को प्रोत्साहन देने के लिए, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु राज्यों में दो रक्षा गलियारे स्थापित किए गए हैं। इन सभी प्रयासों से भारत को रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के मार्ग पर ले जाते हुए, देश में रोजगार सृजन की बड़ी क्षमता विकसित होने की उम्मीद है।

‘एयरो इंडिया 2021’ के साथ ही आयोजित 'हिंद महासागर में बेहतर शांति, सुरक्षा और सहयोग' के विषय पर हिंद महासागर क्षेत्र के देशों के रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत हमेशा से सार्वभौमिक शांति और विकास का प्रबल पक्षधर रहा है। हिंद महासागर क्षेत्र अपने समृद्ध प्राकृतिक संसाधनों और सामरिक अवस्थिति के कारण एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। हमने हिंद महासागर क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए ‘सागर’ (SAGAR) की अवधारणा तैयार की है जिसका अर्थ है- ‘क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास’। यह महत्वपूर्ण है कि हिंद महासागर क्षेत्र के राष्ट्रों का ध्यान राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने पर केंद्रित हो।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत मानवीय सहायता और आपदा राहत में योजना और समन्वय के लिए हिंद महासागर क्षेत्र के सभी देशों के साथ अपनी विशेषज्ञता और संसाधनों को साझा करने के लिए हमेशा तत्पर रहा है। कोविड-19 के प्रकोप के बाद,ऑपरेशन ‘सागर 1’ के तहत, हमने अपने पड़ोसी देशों से संपर्क किया और चिकित्सा-दलों, दवाओं के साथ-साथ डायग्नोस्टिक किट, वेंटिलेटर, मास्क, दस्ताने और अन्य चिकित्सा आपूर्ति में उनकी सहायता की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी से लड़ने में सहायता करने के लिए, अपनी वैक्सीन उत्पादन और वितरण क्षमता के उपयोग की भारत द्वारा व्यक्त की गई प्रतिबद्धता के अनुरुप, हमारे मित्र देशों को अनुदान सहायता के तहत आपूर्ति पहले ही आरम्भ की जा चुकी है।