भारत के राष्ट्रपति ने डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्याल के 83वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया
राष्ट्रपति भवन : 05.12.2017
भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (05 दिसंबर, 2017)डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा के 83वें दीक्षांत समारोह में भाग लिया और उसे संबोधित किया।
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि विश्वविद्यालय का इतिहास उल्लेखनीय रहा है जो लगभग 9 दशक पुराना है और इसने राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री और अनेक क्षेत्रों की हस्तियों को तैयार किया है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे दीक्षा को जीवन का अंत न समझें बल्कि दायित्व और सीखने के नए दौर की शुरुआत मानें। उन्होंने यह भी कहा कि उनके माता-पिता, अध्यापक, परिजन तथा सरकार और समाज के अन्य लोगों ने उनकी शिक्षा में योगदान दिया है। इन लोगों ने स्नातक बनने वाले विद्यार्थियों को ऐसा अवसर प्रदान किया है जो हमारे देश के करोड़ों लोगों को नहीं मिल पाता है। इसलिए स्नातक विद्यार्थियों का यह कर्तव्य है कि वे किसी भी तरह से समाज का ऋण चुकाएं और मानव हित के लिए कार्य करें।
राष्ट्रपति ने उल्लेख किया कि डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय ने एक प्राथमिक स्कूल को गोद लिया है, मॉडल स्कूल में कुछ गरीब बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी ली है, कॉर्निया प्रत्यारोपण के कार्यक्रम चलाए हैं और रक्तदान शिविर आयोजित किए हैं। उन्होंने इन प्रयासों की सराहना की। ऐसे प्रयासों से विद्यार्थी समाज के प्रति संवेदनशील और जिम्मेदार बनते हैं। राष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त किया कि विश्वविद्यालय 21वीं शताब्दी की चुनौतियों के लिए हमारी युवा पीढ़ी को तैयार करने में एक सार्थक भूमिका निभाता रहेगा।
यह विज्ञप्ति 1430 बजे जारी की गई