भारत के राष्ट्रपति ने ‘राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार’ प्रदान किए
राष्ट्रपति भवन : 05.12.2019
भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने ‘अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस’ के अवसर पर आज (5 दिसंबर, 2019) नई दिल्ली में नर्सिंग कर्मियों को ‘राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार’ प्रदान किए।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि नर्सें गुणवत्तापूर्ण और किफायती स्वास्थ्य-चर्या उपलब्ध कराने, बहु-विध स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करने और व्यक्तियों, परिवारों तथा समुदायों की स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। दुनिया को आज देखभाल तथा करुणा की बहुत अधिक आवश्यकता है, और नर्सें वास्तव में सेवा, शुश्रूषा एवं करुणा का प्रतीक होती हैं। मरीजों और उनके परिवारों के लिए, नर्सें स्वास्थ्य-चर्या सेवाओं का साकार रूप होती हैं। राष्ट्रपति को यह जानकर प्रसन्नता हुई कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 2020 को ‘नर्स और मिडवाइफ वर्ष’ घोषित किया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे यहाँ ऐसे वृद्ध लोगों की जनसंख्या बढ़ती जा रही है जिन्हें उचित जराचिकित्सा देखभाल की आवश्यकता है और जो इसके हक़दार भी हैं। भारत में बुजुर्गों की देखभाल, बुढ़ापे में अपने परिवार में ही हासिल हो जाती है। फिर भी, बदलती जीवनशैली के कारण बुजुर्गों की देखभाल करने वाले पेशेवरों की मांग बढ़ती जा रही है। लेकिन देखभाल करने वाले इन कार्मिकों के लिए यह आवश्यक नहीं कि वे प्रशिक्षित नर्स ही हों, लेकिन जराचिकित्सा देखभाल में बुनियादी प्रशिक्षण से वे निश्चित रूप से लाभान्वित होंगे। हमारे नर्सिंग प्रशिक्षण संस्थान इन देखभालकर्ताओं के लिए ‘लघु अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रम’ विकसित करने पर भी विचार कर सकते हैं।