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भारत के राष्ट्रपति ने 'भारतीय नौसेना विमानन' को ध्वज प्रदान किया

राष्ट्रपति भवन : 06.09.2021

भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने कहा कि भारतीय नौसेना ने सभी क्षेत्रीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में मित्रों और भागीदारों के साथ हमारे राजनयिक संबंधों को आगे बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं। ऑपरेशन 'समुद्र सेतु' और 'मिशन सागर' जैसे अभियानों के साथ, नौसेना भारत के कोविड आउटरीच का एक प्रमुख साधन रही, और उसके माध्यम से हिंद महासागर क्षेत्र में हमारे समुद्री पड़ोसियों और भागीदारों को सहायता और समर्थन उपलब्ध कराया गया। संकट के समय में भारतीय नौसेना की त्वरित और प्रभावी तैनाती ने हिंद महासागर क्षेत्र में 'पसंदीदा सुरक्षा भागीदार' (प्रिफर्ड सिक्यूरिटी पार्टनर) और 'प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता' (फर्स्ट रेस्पोंडर) होने के भारत के दृष्टिकोण को रेखांकित किया है।

वे आज (6 सितंबर, 2021) गोवा में आईएनएस हंसा में ‘भारतीय नौसेना विमानन’ को राष्ट्रपति ध्वज प्रदान करने के अवसर पर अपना वक्तव्य दे रहे थे।

राष्ट्रपति ने यह उपलब्धि हासिल करने के लिए भारतीय नौसेना विमानन के सभी अधिकारियों और नाविकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज प्रस्तुत किए गए ध्वज का उद्देश्य शांति और युद्ध के समय राष्ट्र को प्रदान की गई असाधारण सेवा को मान्यता प्रदान करना है।

राष्ट्रपति ने उल्लेख किया कि भारतीय नौसेना विमानन ने अनेक मानवीय सहायता और आपदा राहत कार्यों के माध्यम से अपना योगदान दिया है। इन कार्यों के माध्यम से इसने देशवासियों को राहत प्रदान की है। उदाहरण के तौर पर, हाल ही में मई, 2021 में चक्रवात ताऊते के दौरान मुंबई में चलाए गए बचाव अभियान में नौसेना विमानन का योगदान उल्लेखनीय रहा। हिंद महासागर क्षेत्र के अनेक पड़ोसी देशों और राष्ट्रों को भी भारतीय नौसेना ने महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की है।

भारतीय नौसेना के स्वदेशीकरण कार्यक्रम के बारे में राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय नौसेना में स्वदेशीकरण का कार्य सक्रिय रूप से किया है जो इसकी वर्तमान और भविष्य की अधिग्रहण योजनाओं में स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के 'आत्मनिर्भर भारत' की परिकल्पना के अनुसरण में, भारतीय नौसेना विमानन ने भी ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के अनुरूप निरंतर प्रगति की है। उन्होंने कहा कि विमानन प्रौद्योगिकी में शानदार प्रगति के साथ, नौसेना के विमानों को आधुनिक, अत्याधुनिक स्वदेशी हथियार, सेंसर और डेटा लिंक सूट से लैस किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ‘हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड’ द्वारा स्वदेशी रूप से निर्मित उन्नत हल्के हेलीकॉप्टरों के साथ-साथ डोर्नियर और चेतक विमानों को हाल ही में शामिल किया गया है, और इन उपलब्धियों में रक्षा क्षेत्र में 'आत्म-निर्भरता' की ओर हमारे बढ़ते कदम विशेष रूप से परिलक्षित होते हैं।