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भारत के राष्ट्रपति चेक गणराज्य पहुंचे; शिष्‍टमंडल स्‍तरीय वार्ता का नेतृत्व किया और रक्षा और तकनीकी संबंधों पर बल दिया। भारत और चेक गणराज्य ने पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए, उन्‍होंने भारतीय कुशल कामगारों के लिए विशेष व्यवस्था का स्वागत किया

राष्ट्रपति भवन : 07.09.2018

भारत के राष्‍ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्‍द कल (6 सितम्‍बर, 2018) तीन यूरोपीय राष्‍ट्रों-साइप्रस, बल्‍गारिया और चेक गणराज्‍य की अपनी राजकीय यात्रा के अंतिम चरण में चेक गणराज्‍य पहुंचे। राष्‍ट्रपति ने अपने कार्यक्रमों की शुरुआत आज (7 सितम्‍बर, 2018) प्राग कैसल से की जहां उनकी अगुआई चेक गणराज्य के राष्ट्रपति श्री मियोस जमान द्वारा की गई और उनका समारोहिक स्वागत किया गया।

राष्ट्रपति जमान के साथ विचार-विमर्श के दौरान और बाद में शिष्टमंडल स्‍तरीय वार्ता जिसका दोनों राष्ट्रपतियों ने नेतृत्व किया,में राष्ट्रपतिकोविन्‍द ने अपने शिष्टमंडल और अपने प्रति दिखाई गई गर्मजोशी और आतिथेय के लिए मेज़बान राष्‍ट्रपति का आभार व्यक्त किया। उन्होंने प्रतिरक्षा, प्रौद्योगिकी और विनिर्माण, कारोबार और व्यापार के क्षेत्रों तथा आतंकवाद जैसे बहुपक्षीय महत्व के मुद्दों पर चेक गणराज्य के साथ सहयोग करने की भारत की उत्सुकता पर जोर दिया। राष्ट्रपति कोविन्‍द ने कहा कि विनिर्माण और उन्नत प्रौद्योगिकी में अपनी खूबियों के कारण चेक राष्ट्र भारतीय आर्थिक प्रगति और उन्‍नत विकास में साझेदार बनने के लिए स्वाभाविक रूप से उपयुक्त देश बन गया है।

राष्ट्रपति कोविन्‍द ने चेक गणराज्य के राष्ट्रपति और सरकार को धन्‍यवाद दिया कि दीर्घावधि आधार पर चेक गणराज्य में कार्य करने और रहने के लिए उच्‍च कौशल प्राप्त भारतीय कामगारों और कारोबार कार्यकारियों के आवागमन की एक विशेष व्यवस्था उन्‍होंने तैयार की है। आरंभके एकवर्ष में 500 वीजा तक सीमित यह नई प्रक्रिया अक्टूबर, 2018 से प्रभावी होगी।

भारत और चेक गणराज्य राष्ट्रपति कोविन्‍द की यात्रा के भाग के रूप में5 समझौतों पर हस्ताक्षर कर रहे हैं। ये समझौते इस प्रकार हैं:

-वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद्, भारत तथा चेक एकेडमी ऑफ साइंसेज के बीच सहयोग

-विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विविध क्षेत्रों में भारत-चेक परियोजनाओं को सहयोग देने के लिए एक कार्य योजना,जिसमें भारतीय पक्ष की ओर से नेतृत्‍व विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग कर रहा है

-राजनयिक पासपोर्ट धारकों को वीजा लेने से छूट देने पर समझौता

-ईएलआई बीमलाइंस और टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च के बीच लेजर टेक्नोलॉजी में सहयोग

-हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय तथा चेक यूनिवर्सिटी ऑफ लाइफ साइंसेज के बीच सहयोग

इसके अलावा, भारत और चेक गणराज्‍यअसैन्य परमाणु ऊर्जा में सहयोग शुरू करने पर सहमत हो गए हैं। ग्लोबल सेंटर फॉर न्यूक्लियर एनर्जी पार्टनरशिप, झज्जर, हरियाणा तथा संबंधित चेक संस्थान के बीच संभावी समझौते का विवरणतय कियाजाना है।

राष्ट्रपति ने चेक गणराज्य की अपनी यात्रा पर एक मीडिया वक्तव्य भी जारी किया।

बाद में, राष्‍ट्रपति ने चेक गणराज्य के राष्ट्रपति मियोस जमान द्वारा उनके सम्मान में आयोजित एक मध्याह्न राजभोज में भाग लिया। इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि 2001 मेंप्रधान मंत्री के रूप में राष्ट्रपति जमान की भारत की यात्रा ने द्विपक्षीय संबंधों को गति प्रदान की थी।राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय विकास गाथा और चेक प्रौद्योगिकी और विनिर्माण क्षेत्र को देखते हुए हम नैसर्गिक साझेदार हैं।

कल शाम (6 सितम्‍बर, 2018), राष्‍ट्रपति ने चेक गणराज्य में भारत की राजदूत श्रीमती नरिन्‍दर चौहान द्वारा प्राग में आयोजित एक स्वागत समारोह में भारतीय समुदाय के एक बड़े समूह को संबोधित किया। इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि भारतविदेश में बसे प्रत्येक भारतीय को अपना राजदूतमानता है। उन्होंने प्रवासी भारतीय समुदाय के प्रत्येक सदस्य से आग्रह किया कि वे भारत की संस्कृतिके सौंदर्य और कारोबार क्षमताओं के बारे में सूचनाएं मेजबान समुदाय के साथ साझा करें।

यह विज्ञप्ति 1900 जारी की गई।