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भारतीय राजस्व सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों ने भारत के राष्ट्रपति से मुलाकात की

राष्ट्रपति भवन : 08.03.2019

भारतीय राजस्व सेवा के 72वें बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने आज (8 मार्च, 2019) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द से मुलाकात की।

आईआरएस प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि भारत दुनिया की सर्वाधिक तेजी से बढ़ रही प्रमुख अर्थव्यवस्था है। आने वाले दशक में, इसकी जीडीपी दोगुनी से अधिक हो जाने की उम्मीद है। इससे सभी क्षेत्रों में अधिक से अधिक अवसर उत्पन्न होंगे। इससे कर राजस्व बढ़ेगा और राजस्व अधिकारियों के लिए चुनौतियां भी बढ़ेंगी। उन्हें इन चुनौतियों का मुकाबला करते हुए हमारे देश के आर्थिक इंजन को ऊर्जा देनी होगी।

राष्ट्रपति ने कहा कि हाल के वर्षों में सरकार ने हमारी वित्तीय प्रणाली को पारदर्शी बनाने और काले धन से उत्पन्न संकट के समाधान के लिए कई पहल की हैं। इस लड़ाई में आईआरएस अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। नोटबंदी, आय घोषणा योजना, और बेनामी लेनदेन निषेध अधिनियम में संशोधन जैसे कदमों से हमारी अर्थव्यवस्था को और अधिक पारदर्शी बनाने की हमारी जनता और सरकार की इच्छाशक्ति का पता चलता है।

राष्ट्रपति ने कहा कि आम लोगों को हमारे लोक सेवकों और विशेष रूप से आईआरएस अधिकारियों से बहुत उम्मीदें हैं। वे सरकार और नागरिकों के बीच सबसे महत्वपूर्ण कड़ियों में से एक हैं। राष्ट्रपति ने उन्हें सलाह दी कि वे यह कभी न भूलें कि उन्हें उनके अधिकार और प्राधिकार "हम भारत के लोग" से प्राप्त होते हैं, ताकि वे भारत के उन लोगों की सेवा कर सकें।

यह विज्ञप्ति 1300 बजे जारी की गई।