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राष्ट्रपति कोविन्द ने तजाकिस्तान विश्वविद्यालय में ‘काउंटरिंग रेडिकलाइजेशन: चैलेंजेस इन मॉडर्न सोसाइटीज’ विषय पर व्याख्यान दिया; भारत और ताजिकिस्तान ने नौ समझौतों की घोषणा की

राष्ट्रपति भवन : 08.10.2018

भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द ने ‘काउंटरिंग रेडिकलाइजेशन: चैलेंजेस इन मॉडर्न सोसायटीज’ विषय पर आज (8 अक्टूबर, 2018) दुशानबे में ताजिकिस्तान विश्वविद्यालय में व्याख्यान दियाl

सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने यह विषय दो कारणों से चुना है।पहला कारण यह है कि ताजिकिस्तान ने इस वैश्विक समस्या के समाधान के लिए बहुत ही प्रशंसनीय कार्य किया है, और विश्व को इनके प्रयास और सफलता का सम्‍मान करना चाहिए।दूसरा कारण है कि आतंकवाद, उग्रवाद और कट्टरपंथ के खिलाफ युद्ध प्राथमिक रूप से शांति और मानवता में यकीन करने वाले और उन लोगों के दिमागों में लड़ा जाना चाहिए जो मौत और तबाही पर अपनी रोटी सेकते हैं। यह दो विपरित विचारधाराओं की लड़ाई है। इसलिए युवाओं के साथ-साथ विद्वानों और रास्‍ता दिखाने वालों के साथ बात करना जरूरी हो जाता हैl

राष्ट्रपति ने कहा कि आतंकवाद को सीमाओं में बांधा नहीं जा सकता। ताजिकिस्तान के समान ही, भारत भी आतंकवाद और उग्रवाद से लड़ रहा हैl हम भी कट्टरपंथ की समस्या का सामना कर रहे हैं, परन्‍तु हमारे यहां समावेशी समाज है जिसमें सामाजिक आर्थिक प्रतिभागिता और प्रतिभागिता वाली राजनीति से हर किसी में अपनत्‍व की भावना पनपती है और यही हमारी सर्वाधिक प्रभावी ढाल है। बहुलतावादी आबादी और लोकतांत्रिक व्‍यवस्‍था वाले भारत में सभी को समान अवसर और बराबर सम्मान दिया जाता हैlऔर प्रगतिशील अर्थव्यवस्था में सभी लोगों को तरक्‍की हासिल हो रही है।

आज सुबह (8 अक्टूबर 2018) राष्ट्रपति ने दुशानबे में‘पैलेस ऑफ नेशन' की यात्रा के साथ अपना कार्यक्रम आरंभ कियाlराष्‍ट्रपति की अगवानी उनके ताजिकिस्तानी समकक्ष राष्ट्रपति श्री इमामली रहमोनने की और उनका समाहोरिक स्वागत कियाlराष्‍ट्रपति कोविन्‍द ने स्माइल सोमानी स्मारक पर श्रद्धांजलि भी अर्पित कीl

चर्चा के दौरान राष्ट्रपति ने हार्दिक स्वागत के लिए राष्ट्रपति रहमोन का धन्यवाद कियाlउन्होंने कहा कि भारत ताजिकिस्तान के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी और वर्षों पुरानी दोस्ती पर गर्व करता हैlउन्होंने आतंकवाद से लड़ाई में ताजिकिस्तान की अग्रणी भूमिका की प्रशंसा की और कहा कि सीमा पार आतंकवाद सहित हर प्रकार के आतंकवाद से लड़ने में हमें अपनी सहभागिता मजबूत करने की जरूरत हैl

इसके बाद दोनों राष्ट्रपतियों ने शिष्टमंडल स्तरीय वार्ता का नेतृत्व किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति कोविन्द ने दोनों देशों के लोगों की भलाई के लिए भारत एवं ताजिकिस्तान के बीच संबंधों को बेहतर बनाने के लिए प्रतिरक्षा और संचार-संपर्क परियोजनाओं के महत्व पर जोर दियाl दोनों राष्ट्रपतियों ने विशेष रूप से अफगानिस्तान के संदर्भ में आतंकवाद की समान चुनौती पर चर्चा भी कीlभारत ने ताजिकिस्तान द्वारा अभिनिर्धारित विकास सहायता परियोजनाओं के लिए 20 मिलियन अमेरिकी डॉलर के अनुदान की घोषणा कीl

शिष्टमंडल स्तरीय वार्ता के तुरंत बाद भारत और ताजिकिस्तान ने नौ समझौतों की घोषणा की। ये समझौते इस प्रकार हैं-

1. आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में सहयोग पर करार

2. भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् और ताजिक कृषि विज्ञान अकादमी के बीच समझौता

3. विकास से जुड़े कार्यों के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के शांतिपूर्ण उपयोग पर करार

4. भारत सरकार के युवा मामले और खेल मंत्रालय और ताजिकिस्‍तान सरकार के युवा, खेल और पर्यटन समिति केबीच करार

5. केन्‍द्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान परिषद्,आयुष मंत्रालय, भारत सरकारऔर ताजिकिस्तानी स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी अबुवालिभ सिनो के बीच करार

6. 2018-21 की अवधि के लिए विदेश मंत्रालय,भारत और विदेश मंत्रालय ताजिकिस्तान सरकार के बीच सहयोग कार्यक्रम

7. नवीकरणीय ऊर्जा में सहयोग के लिए भारत के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय और ताजिकिस्तान के ऊर्जा और जल संसाधन मंत्रालय के बीच करार

8. वर्ष 2019-23 की अवधि के लिए भारत और ताजिकिस्तान के संस्कृति मंत्रालयों के बीच सांस्कृतिक विनिमय कार्यक्रम

9. विवेकानंद अंतरराष्ट्रीय फाउंडेशन भारत और सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक रिसर्चिज ताजिकिस्तान के बीच शैक्षणिक और अनुसंधान विनिमयों हेतु करार

राष्ट्रपति ने ताजिकिस्तान की अपनी यात्रा पर एक मीडिया वक्‍तव्‍य जारी कियाlइसी दिन बाद में उन्होंने दुशानबे में महात्मा गांधी और रविन्द्र नाथ टैगोर के स्मारकों पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

कल (9 अक्टूबर 2018) राष्ट्रपति पृथक रूप से मजलिसी ओली (ताजिकिस्तान के संसद का निचला सदन)के मजलिसी नमायन्दगन के अध्यक्ष, महामहिम श्री सुकुरजन जुहुरोव और ताजिकिस्तान के प्रधानमंत्री महामहिम श्री कोहिर रसूलजादा के साथद्विपक्षीय बैठक में शामिल होंगेlदिल्ली वापस लौटने से पूर्व वे आयनी वायु सेना बेस का भी दौरा करेंगेl

यह विज्ञप्ति 1830 बजे जारी की गई