भारत के राष्ट्रपति ने भारतीय नौसेना की सबमरीन आर्म को ध्वज प्रदान किया
राष्ट्रपति भवन : 08.12.2017
भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (8 दिसम्बर, 2017) विशाखापट्टनम में भारतीय नौसेना की सबमरीन आर्म को राष्ट्रपति ध्वज प्रदान किया।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे समुद्री हित भारत की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा तथा हमारी जनता की बेहतरी से सीधे जुड़े हुए हैं। भारत का 90 प्रतिशत व्यापार समुद्री मार्ग से होता है। इसलिए भारतीय नौसेना की भूमिका न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा बल्कि राष्ट्रनिर्माण की व्यापक प्रक्रिया में बढ़ जाती है। नौसेना, भारत की समुद्री शक्ति का प्रमुख माध्यम है। यह सैन्य और नागरिक दोनों समुद्री हितों का संरक्षक भी है।
राष्ट्रपति ने कहा कि समुद्र उनके लिए क्रूर है जो उसका सम्मान नहीं करते हैं। इस बात को भारतीय नौसेना के पराक्रमी सबमरीन से ज्यादा कोई नहीं जानता जो अपनी नौका चलाते हैं और लहरों के नीचे अपना कर्त्तव्य निभाते हैं। वे सभी अत्यंत कौशल और गंभीर जोखिम के साथ अपनी पेशेवर जिम्मेदारी निभाते हैं। राष्ट्र को उनकी उपलब्धियों पर गर्व है और राष्ट्रीय सुरक्षा में उनके योगदान की सराहना करता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय नौसेना की सबमरीन आर्म को विगत 50 वर्ष में शांति और युद्ध में राष्ट्र की असाधरण सेवा के सम्मान एक रूप में आज ध्वज प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने इस उपलब्धि पर सबमरीन को बधाई दी। उन्होंने उन भारतीय नौसेना सबमरीन के प्रति श्रद्धांजलि भी अर्पित की जिन्होंने भारत की सेवा में अपना जीवन उत्सर्ग कर दिया और उन्होंने विगत और वर्तमान सबमरीन के परिजनों के त्याग की सराहना की।
यह विज्ञप्ति 1040 बजे जारी की गई