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राज्यपालों के 48वें सम्मेलन के दौरान गठित राजयपाल समिति ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की

राष्ट्रपति भवन : 09.01.2018

अक्तूबर, 2017 में 48वें राज्यपाल सम्मेलन के दौरान गठित राज्यपाल समिति ने आज (9 जनवरी, 2018) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द से भेंट की और अपनी रिपोर्ट ‘राज्यपाल-विकास के दूत: समाज मे परिवर्तन के वाहक के रूप में राज्यपालों की महत्वपूर्ण भूमिका’ प्रस्तुत की। समिति में श्री ई.एस.एल. नरसिम्हन, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के राज्यपाल; श्री बनवारी लाल पुरोहित, तमिलनाडु के राज्यपाल; श्री राम नाईक, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल; श्री तथागत रॉय, त्रिपुरा के राज्यपाल; तथा आचार्य देवव्रत, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल (आज की बैठक में अनुपस्थित) शामिल हैं।

समिति का गठन, विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में राज्यपालों की भूमिका की जांच करने के लिए किया गया था। इस रिपोर्ट में, कार्य-परिणाम ढांचे की व्यवस्था की गई है जिसे परिवर्तन वाहक के तौर पर उनकी भूमिका के रूप में राज भवन में अपनाया जा सकता है तथा इसमें प्रमुख प्राथमिकताएं भी शामिल की गईं हैं। रिपोर्ट में कार्यकलापों के साथ ऐसे प्राथमिक क्षेत्रों की पहचान की गई है जो सर्वश्रेष्ठ भारत के उद्देश्यों को साकार करने में मदद कर सकते हैं। इसमें सुझाव दिया गया है कि राज्यपाल अपने पद अनुसार विकास योजनाओं के समग्र कार्यान्वयन में परामर्शक की भूमिका निभा सकते हैं।

यह विज्ञप्ति 2015 बजे जारी की गई