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भारत के राष्ट्रपति ने अंतरराष्ट्रीय प्रवासी भारतीय सांसद सम्मेलन का उद्घाटन किया

राष्ट्रपति भवन : 10.01.2018

भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाम कोविन्द ने आज (10 जनवरी, 2018)नई दिल्ली में प्रवासी भारतीय वाणिज्य और उद्योग परिसंघ तथा विदेश मंत्रालय,भारत सरकार के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद,भारत द्वारा आयोजित किए जा रहे अंतरराष्ट्रीय प्रवासी भारतीय सांसद सम्मेलन का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर,राष्ट्रपति ने कहा कि प्रवासी भारतीय जिन देशों में रह रहे हैं वहां उन्होंने सराहनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। इसने उस देश की अर्थव्यवस्था को समृद्ध करते हुए तथा बौद्धिक संपदा और स्थानीय संस्कृति में वृद्धि करते हुए, उसकी बेहतरी में योगदान दिया है। भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्यों ने इटली,बोलविया और तंजानिया जैसे सुदूर देशों के खेतों में मेहनत की। वे सिलिकॉन वैली के तकनीकी स्टार्ट अप वातावरण के माध्यम हैं। वे खाड़ी क्षेत्र के दुबई और अन्य प्रमुख कारोबारी शहरों की अर्थव्यवस्था का आधार बने हैं। न्यूयॉर्क,लंदन और सिंगापुर के वैश्विक वित्तीय केंद्र भारतीय प्रवासी समुदाय के बिना आज इस प्रकार नहीं होते।

राष्ट्रपति ने कहा कि एक देश के रूप में,हमें अपने प्रवासी भारतीय भाइयों और बहनों के कार्यों पर गर्व है। उन्होंने समूचे विश्व में भारत और भारतीय लोगों की पहचान का विस्तार किया है। वे भारतीय संस्कृति से प्रतिबद्ध रहे और हजारों मील दूर रहते हुए भी अपनी जड़ों से मजबूती और सराहनीय ढंग से जुड़े रहे हैं। यदि आज भारतीय व्यंजन और फिल्मों का कोई विश्व बाजार है तो वह प्रवासी भारतीय समुदाय की वजह से है,जो इन्हें सुदूर देशों तक ले गए हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि प्रवासी भारतीय सांसद या वास्तव में,व्यापक प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ भारत सरकार का संबंध लेन-देन या लाभहीनता का नहीं है। इनकी बजाय,हम इस समुदाय और प्रवासी भारतीय सांसद तथा निर्वाचित और जन प्रतिनिधियों को एक सक्रिय सेतु के रूप में देखते हैं। उनकी अपने देशों तथा मूल देशों और पूर्वजों के बीच समझबूझ बढ़ाने तथा दोनों देशों और हम सभी के लिए लाभकारी आर्थिक,परस्पर जन और कार्यनीतिक संपर्क बनाने में भूमिका रही है।

राष्ट्रपति ने कहा कि प्रवासी भारतीय सांसदों के रूप में तथा अपने सार्वजनिक जीवन में जिन्हें भारत के बारे में पूरी जानकारी है,उनके लिए अपने देश की प्राथमिकताओं को भारत के साथ जोड़ना और उनकी प्रगति पर गौर करना आवश्यक है।

यह विज्ञप्ति 1111 बजे जारी की गई