रेल सेवाओं के विभिन्न परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने राष्ट्रपति से भेंट की
राष्ट्रपति भवन : 10.01.2018
रेल सेवाओं के विभिन्न परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने आज (10 जनवरी, 2018 ) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द से भेंट की।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय रेलवे राष्ट्र की सेवा और राष्ट्रनिर्माण का संस्थान है। भारतीय रेलवे ने वर्ष 2015-16 में ही, 8 अरब ‘मूल यात्रियों’ को सेवाएं प्रदान की। रेलवे हमारे औद्योगिक और कृषि माल, रक्षा उपकरणों और सैन्य कार्मिकों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर लाता और ले जाता है। रेल नेटवर्क हमारी सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं को बनाए रखने और उनका प्रसार करने में मदद करता है। चाहे वह कुंभ मेले के समय भारी भीड़ को समायोजित करने के लिये विशेष रेलगाड़ियां हों या रेलगाड़ी के माध्यम से दुनिया भर के लोगों का ध्यान भी अपनी ओर आकर्षित करबाने वाली राजसी ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ रेलगाड़ी हो।
राष्ट्रपति ने कहा कि रेलगाड़ियां बड़े पैमाने पर हमारे शहरों में परिवहन के साधन के रूप में उभर रही हैं। मेट्रो परियोजनाओं को अधिक से अधिक शहरों द्वारा तेज, सुरक्षित और किफायती शहरी कनेक्टिविटी सुविधा के लिए अपनाया जा रहा है। यह हमारे शहरों को भी मदद करेगा और हमारे कार्बन उतसर्जन को भी कम करेगा।
राष्ट्रपति ने परिवीक्षाधीन अधिकारियों को याद दिलाया कि वे एक ऐसे संस्थान में शामिल हो रहे हैं जो प्रतिदिन राष्ट्र की सेवा में देश के लाखों नागरिकों की सेवा करने जैसा अनूठा अवसर प्रदान करता है। उन्होंने उनसे आग्रह किया कि आशावादी जीवन अपनाएं और सकारात्मकता की भावना विकसित करें। इससे उन्हें अपने काम के स्थानों और साथ ही समाज में बड़े पैमाने पर सार्थक परिवर्तन करने के अवसर प्राप्त होंगे। इससे उनमें नवाचार की भावना पैदा होगी और वे समाधान प्रदाताओं के रूप में भी उभरेंगे।
यह विज्ञप्ति 1335 बजे जारी की गई