भारत के राष्ट्रपति ने ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ समिट का उद्घाटन किया
राष्ट्रपति भवन : 10.08.2018
भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (10 अगस्त, 2018) उत्तर प्रदेश के लखनऊ में ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ समिट का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को हमारी अर्थव्यवस्था का आधार है। ये उद्यम समावेशी विकास के इंजन हैं। कृषि क्षेत्र के बाद सबसे ज्यादा लोग इसी क्षेत्र में रोजगार पाते हैं। यह क्षेत्र अपेक्षाकृत कम पूंजी लागत पर रोजगार के अधिक अवसर पैदा करता है, और इस क्षेत्र के बारे में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में रोजगार उपलब्ध करवाता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश के कुल हस्तशिल्प निर्यात में लगभग 40% का योगदान देता है। हस्तशिल्प, खाद्य प्रसंस्करण, इंजीनियरी वस्तुएं, कालीन, सिले-सिलाए वस्त्र, चमड़े की वस्तुएं आदि जैसे उद्योग विदेशी मुद्रा अर्जित करते हैं तथा रोजगार प्रदान करते हैं। इसलिए यह क्षेत्र उत्तर प्रदेश के विकास में एक अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ योजना से स्थानीय लोगों के कौशल में वृद्धि होगी तथा उत्पादों तक पहुंच बढ़ेगी। और इसके परिणाम स्वरूप उत्तर प्रदेश के कारीगरों की आर्थिक तरक्की हो पाएगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने 25000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता के जरिए पांचवर्षों में 25 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराने का लक्ष्य तय किया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस योजना से युवाओं के लिए बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा होंगे तथा उत्तर प्रदेश में समावेशी और सतत विकास की स्थिति मजबूत होगी।
यह विज्ञप्ति 1315 बजे जारी की गई।