भारत के राष्ट्रपति ने विश्व हिन्दी सचिवालय का उद्घाटन किया; मॉरिशस के प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित किया; मॉरिशस में रह रहे भारतीयों की उनकी उपलब्धियों के लिए सराहना की
राष्ट्रपति भवन : 13.03.2018
भारत के राष्ट्रपति,श्री राम नाथ कोविन्द ने मॉरिशस की अपनी यात्रा के तीसरे दिन आज (13 मार्च, 2018) विश्व हिन्दी सचिवालय भवन का उद्घाटन किया। उन्होंने विश्व हिन्दी सचिवालय का ‘लोगो’ जारी किया, प्रारंभिक डिजिटल शिक्षण कार्यक्रम आरंभ किया तथा भारतीय सहयोग से बनाई जा रही एक सामाजिक आवास परियोजना और एक विशाल ईएनटी अस्पताल के शिलान्यास का अनावरण किया।
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए,राष्ट्रपति ने कहा कि हिन्दी ने भारत और मॉरिशस दोनों के समाज और संस्कृति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह एक विश्व भाषा है और विश्वभर में फैले हुए भारतीय समुदाय ने अपनी संस्कृति और परंपराओं को सहेजा है और हिन्दी सहित अपनी भाषायी परंपराओं के माध्यम से इन्हें अगली पीढ़ी को सौंपा है। हिन्दी विभिन्न देशों के लगभग 175 विश्वविद्यालय में पढ़ाई जा रही है।
राष्ट्रपति ने कहा कि 11वां विश्व हिन्दी सम्मेलन, अगस्त, 2018में मॉरिशस में आयोजित होने जा रहा है। भारत के अलावा मॉरिशस अकेला ऐसा देश है जहां तीसरी बार यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। यह हिन्दी के प्रति मॉरिशस के लोगों के प्रेम का प्रमाण है।
शाम को राष्ट्रपति ने मॉरिशस में भारत के उच्चायुक्त द्वारा आयोजित एक स्वागत समारोह में प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में हम अपने उन भाइयों और बहिनों की उल्लेखनीय सफलताओं से खुश होते हैं जो अनेक पीढि़यों पहले भारत से चले गए थे और जिन्होंने अपने आध्यात्मिक मूल्यों को संजोए रखते हुए प्रचुर भौतिक सफलता अर्जित की है। अनादि काल से भारतीय जीवन और समाज ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’अर्थात्‘संपूर्ण विश्व ही हमारा परिवार है’ के ध्येय पर चलता आया है। मॉरिशस जिसके साथ हमारा खून-पसीने का रिश्ता है,के लिए यह बात उतनी ही सच है।
राष्ट्रपति ने कहा कि आज भारत अपने प्रवासी समुदाय के साथ पहले से ज्यादा जुड़ना चाहता है। इस उद्देश्य से हमने अपनी ओसीआई ओवरसीज सिटिजनशिप ऑफ इंडिया योजना में मॉरिशस के लिए विशेष प्रावधान किए हैं। राष्ट्रपति ने दिल्ली में प्रवासी भारतीय केन्द्र के कार्यक्रमों में शामिल होने और भारत आने के लिए प्रवासी भारतीय समुदाय के सदस्यों को आमंत्रित किया। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि युवा मॉरिशियाई पहले ही केन्द्र के साथ जुड़ने लगे हैं। हमें भारत और विश्व के भिन्न-भिन्न भागों में अन्य लोगों के साथ जुड़ने के लिए अपने प्रवासी समुदाय के नेटवर्कों और मंचों का प्रयोग करना चाहिए।
आज सुबह,मॉरिशस के दो पूर्व प्रधान मंत्रियों, श्री पॉल बेरेंजर और श्री नवीन रामगुलाम ने अलग-अलग बैठकों में राष्ट्रपति से भेंट की। कल (14 मार्च, 2018) सुबह राष्ट्रपति दो राष्ट्रों की अपनी राजकीय यात्रा के अंतिम चरण में मेडागास्कर के लिए प्रस्थान करेंग। मेडागास्कर की यात्रा करने वाले वे पहले राष्ट्रपति होंगे।
यह विज्ञप्ति 1840 बजे जारी की गई