प्रिन्स ऑफ वेल्स ने राष्ट्रपति से मुलाकात की
राष्ट्रपति भवन : 13.11.2019
प्रिन्स ऑफ वेल्स ने आज (13 नवंबर, 2019) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द से भेंट की।
राष्ट्रपति ने भारत में प्रिन्स का स्वागत करते हुए, राष्ट्रमंडल-प्रमुख के रूप में चुने जाने पर उन्हें बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि भारत राष्ट्रमंडल को एक ऐसा महत्वपूर्ण राष्ट्र मानता है जो ‘लघु द्वीपीय विकासशील देशों’ सहित बड़ी संख्या में देशों के मुद्दों को स्वर देता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि ऐतिहासिक संबंधों और लोकतंत्र के साझा मूल्यों, विधि के शासन तथा बहु-संस्कृति वाले समाज के प्रति सम्मान की भावना से जुड़े होने के कारण भारत और यूनाइटेड किंगडम स्वाभाविक साझेदार हैं। दुनिया के प्रमुख स्थापित लोकतंत्रों के रूप में,आज दुनिया के सामने मौजूद अनेक चुनौतियों के साथ प्रभावी ढंग से निपटने करने के लिए हमारे दोनों देशों के पास योगदान करने के लिए बहुत कुछ है।
प्रिंस ने राष्ट्रपति भवन के हर्बल गार्डन में आयुर्वेद की दृष्टि से बहुत उपयोगी माने जाने वाले और इस उप-महाद्वीप में पाए जाने वाले ‘चंपा’ का पौधा लगाया। उन्हें उद्यान का भ्रमण भी कराया गया और औषधीय गुणों से युक्त भिन्न-भिन्न पौधे दिखाए गए। प्रिंस ने भारत के वैकल्पिक स्वास्थ्य सेवा मॉडल में गहरी रूचि दिखाई।
राष्ट्रपति ने आयुर्वेद अनुसंधान के समर्थन के लिए प्रिन्स ऑफ वेल्स का धन्यवाद किया। ‘प्रिंस ऑफ वेल्स चैरिटेबल फाउंडेशन’ और ‘अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान’ ने अप्रैल, 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए थे। इस सहमति पत्र के तहत, ‘अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान’ और ‘कॉलेज ऑफ मेडिसिन, यूनाइटेड किंगडम’ साथ मिलकर अवसाद (डिप्रेशन), चिंता विकार (एंग्जायटी), और फ़ाइब्रोमायल्जियापर नैदानिक अनुसंधान करेंगे। यूनाइटेड किंगडम के स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए "आयुर्योग" पर स्टेंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल विकसित करने के लिए वे प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आरम्भ करेंगे।