भारत के राष्ट्रपति ने पुर्तगाल के राष्ट्रपति की अगवानी की; उन्होंने महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती के समारोह को समर्थन देने के लिए पुर्तगाल का धन्यवाद किया
राष्ट्रपति भवन : 14.02.2020
भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (14 फरवरी, 2020)राष्ट्रपति भवन में पुर्तगाली गणराज्य के महामहिम राष्ट्रपति,श्री मरसेलो रेबेलो द सौज़ा की अगवानी की।
पुर्तगाल के राष्ट्रपति की भारत की पहली राजकीय यात्रा पर उनका स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि पुर्तगाल और भारत के बीच अति विशेष संबंध हैं। भारत और पुर्तगाल का500 वर्षों का साझा इतिहास है। गोवा और मुंबई के माध्यम से, हमारी संस्कृति,भाषा और निकट-संबधों के माध्यम से दोनों देश एक दूसरे से घनिष्ठतापूर्वक जुड़े हुए हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि कुछ महीने पहले महात्मा गांधी जयंती समारोहों की बैठक के अवसर पर प्रधानमंत्री एंतोनियो कोस्टा का स्वागत करके हमें बहुत प्रसन्नता हुई थी। उन्होंने महात्मा गांधी की150वीं जयंती के समारोह को अपना समर्थन देने के लिए पुर्तगाल का धन्यवाद किया।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और पुर्तगाल के बीच द्विपक्षीय एजेंडे का कई गुना विस्तार हुआ है। दोनों देश विज्ञान और प्रौद्योगिकी,रक्षा,शिक्षा,नवाचार तथा स्टार्ट-अप, जल और पर्यावरण सहित अन्य अनेक क्षेत्रों में परस्पर सहयोग कर रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए गंभीर खतरा है। हमें इस वैश्विक संकट को परास्त और नष्ट करने के लिए आपसी सहयोग को और बेहतर करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आज के समय में, जलवायु परिवर्तन एक विकट वैश्विक चुनौती बनी हुई है। भारत को आशा है कि निकट भविष्य में पुर्तगाल ‘अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन’ से जुड़ेगा।
दोनों राष्ट्रपतियों ने ‘समुद्री विरासत’, ‘समुद्री परिवहन और बंदरगाह विकास’, ‘प्रबजन तथा आवागमन’,‘स्टार्ट-अप’,‘बौद्धिक संपदा अधिकार’, ‘एरोस्पेस’,‘नैनो-बायोटेक्नोलॉजी’,‘ऑडियो विज़ुअल को-प्रोडक्शन’,‘योग’,‘राजनयिक प्रशिक्षण’,‘वैज्ञानिक अनुसंधान’ और ‘लोक-नीति’ के क्षेत्र में भारत और पुर्तगाल के बीच14 करारों और सहमति-पत्रों का आदान-प्रदान किया गया।
राष्ट्रपति कोविन्द द्वारा इस अवसर पर दिया गया प्रेस वक्तव्य संलग्न है।
इसके बाद राष्ट्रपति ने पुर्तगाल गणराज्य के राष्ट्रपति, मरसेलो रेबेलो द सौज़ा के सम्मान में आयोजित राज-भोज की मेज़बानी की। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा किहमारी वैश्विक साझेदारी से हमारे बहुपक्षीय संबंध और घनिष्ठ हुए हैं तथा विश्व में बहु-ध्रुवीय व्यवस्था स्थापित करने की हमारी साझी आकांक्षा को बल मिला है। भारत, पुर्तगाली भाषा बोलने वाले देशों के समुदाय का ‘एसोसिएट-ऑबजर्वर’ बनने का इच्छुक है ताकि हम अफ्रीका और अन्यत्र भी अपनी विकासात्मक साझेदारियों को बढ़ा सकें।उन्होंने याद किया कि पुर्तगाल की अध्यक्षता में ही प्रथम ‘भारत-यूरोपीय संघ शिखर-सम्मेलन’ आरंभ हुआ था।उन्होंने उम्मीद जताई किअगले वर्ष, जब पुर्तगाल यूरोपीय संघ की अध्यक्षता पुनः ग्रहण करेगा, तब यूरोपीय संघ के साथ भारत के सबंध और बेहतर होंगे, इसलिए हमें इस अवसर की प्रतीक्षा रहेगी।