भारत के राष्ट्रपति ने ‘डॉ. बाबासाहेब आम्बेडकर: व्यक्ति नहीं संकल्प’ पुस्तक की प्रथम प्रति ग्रहण की
राष्ट्रपति भवन : 14.04.2018
भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने डॉ. बी.आर. आम्बेडकर की जयंती के अवसर पर आज (14 अप्रैल, 2018) राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में भारत के उप-राष्ट्रपति, श्री एम. वेंकैया नायडू जिन्होंने ‘डॉ. बाबा साहेब: व्यक्ति नहीं संकल्प’ नामक पुस्तक का औपचारिक रूप से लोकार्पण किया, से इसकी प्रथम प्रति प्राप्त की। लोक सभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन, केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री, श्री थावर चन्द गहलोत तथा पुस्तक के संपादक, श्री किशोर मकवाना भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर की भांति डॉ. आम्बेडकर संपूर्ण मानवता के लिए एक प्रेरणास्पद विभूति हैं। उनकी विरासत के साथ न्याय करने की आवश्यकता है। राष्ट्रपति को यह जानकर प्रसन्नता हुई कि 2017 में संयुक्त राष्ट्र संघ में डॉ. आम्बेडकर की 125वीं जयंती मनाई गई थी।
राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें भेंट की गई छोटी सी पुस्तक में डॉ. आम्बेडकर के प्रेरणादायक जीवन और उनके विचारों तथा व्यक्तित्व के अनेक आयाम शामिल हैं। इसमें यह भी बताया गया है कि किस प्रकार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी डॉ. आम्बेडकर के जीवन और संदेश द्वारा प्रेरित होते रहे हैं। राष्ट्रपति ने पुस्तक को डॉ. आम्बेडकर के बारे में जानकारी प्राप्त करने का एक सुगम साधन बताया। उन्होंने इसके प्रकाशन से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि पुस्तक में संकलित विचार अधिकाधिक देशवासियों तक पहुंचेंगे और उन्हें शांति व सौहार्द के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रेरित करेंगे।
यह विज्ञप्ति 1940 बजे जारी की गई