राष्ट्रपति ने नीदरलैंड्स के नरेश और महारानी का स्वागत किया; उन्होंने कहा कि आर्थिक साझेदारी भारत और नीदरलैंड्स के द्विपक्षीय संबंधों का महत्वपूर्ण आधार-स्तम्भ है
राष्ट्रपति भवन : 14.10.2019
भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (14 अक्टूबर, 2019) राष्ट्रपति भवन में नीदरलैंड्स अधिराज्य के महामहिम नरेश, विलेम-अलेक्ज़ेन्डर और महामहिम महारानी, मैक्सिमा का स्वागत किया। राष्ट्रपति ने उनके सम्मान में राज-भोज का भी आयोजन किया।
भारत में उनका स्वागत करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और नीदरलैंड्स के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंध हैं तथा ये संबंध लगातार और भी बेहतर हो रहे हैं। पिछले चार वर्षों में हमारे देशों के बीच प्रधानमंत्री स्तर पर तीन यात्राएँ हुई हैं। इन यात्राओं से हमारे द्विपक्षीय सहयोग को काफी गति मिली है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस राजकीय यात्रा से हमारे जुड़ाव को और बढ़ावा मिलेगा तथा हमारे संबंध और गहरे होंगे।
राष्ट्रपति ने कहा कि आर्थिक साझेदारी भारत-नीदरलैंड्स द्विपक्षीय संबंधों का महत्वपूर्ण आधार-स्तम्भ है। यूरोपीय संघ में नीदरलैंड्स भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। नीदरलैंड्स भारत में अग्रणी निवेशक देशों में भी शामिल है। भारत की कंपनियों ने भी नीदरलैंड्स में महत्वपूर्ण निवेश किये हैं। उन्होंने कहा कि कृषि, जल प्रबंधन, बंदरगाह विकास, अपशिष्ट प्रबंधन और शहरी नियोजन के क्षेत्र में डच कंपनियों के नाम विश्व विख्यात हैं। उन्होंने अपनी विकास गाथा में भारत के साथ भागीदारी करने के लिए नीदरलैंड्स की कंपनियों को आमंत्रित किया।
राष्ट्रपति ने भिन्न-भिन्न निर्यात नियंत्रण व्यवस्थाओं में सहायता के लिए और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में भारत की स्थायी सदस्यता के दावे के लिए नीदरलैंड्स के समर्थन की सराहना की।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और नीदरलैंड्स ने समक्ष समकालीन चुनौतियों, विशेष रूप से जलवायु से सम्बंधित कार्रवाई योजना, साइबर सुरक्षा और आतंकवाद के संबंध में एक जैसी चिंताएं हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद आज दुनिया को प्रभावित करने वाले सर्वाधिक गंभीर खतरों में से एक है और हमें इस बुराई को परास्त करने और इसे समाप्त करने वाला मजबूत वैश्विक प्रतिरोध तैयार करने के लिए साथ मिलकर कार्य करना चाहिए।
इसके बाद, अपने राज-भोज सम्बोधन में, राष्ट्रपति कोविन्द ने कहा कि हमारे ऐतिहासिक संबंधों की मजबूत नींव पर हमने, नवाचार, निवेश और प्रौद्योगिकी द्वारा संचालित साझेदारी निर्मित की है। ‘स्मार्ट सॉल्यूशंस’, ‘स्मार्ट सिटीज’, ‘हरित ऊर्जा’, ‘स्टार्ट-अप्स’ और नए जमाने के उत्पाद हमें एक दूसरे के निकट ला रहे हैं। नदी संरक्षण पर नीदरलैंड्स के साथ जानकारी साझा करने और उनसे सीखने के लिए भारत बहुत उत्सुक है।
राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी आर्थिक भागीदारी से हमारे लोगों के लिए रोजगार और जीवनशैली के विकल्पों से लेकर भोजन तक के कई नए अवसर अवसर उत्पन्न हुए हैं। इस समय मेनलैंड यूरोप के देशों में सबसे बड़ा भारतीय समुदाय नीदरलैंड्स में ही बसा हुआ है। नीदरलैंड्स में भारतीय छात्र और पेशेवर समुदाय की संख्या लगातार बढ़ रही है। उनके माध्यम से हमारे सांस्कृतिक सम्बन्ध भी सुदृढ़ होते जा रहे हैं और, हमारी प्रौद्योगिकी साझेदारी भी मजबूत हो रही है।