Back

भारत के राष्ट्रपति ने 37वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले का उद्घाटन किया

राष्ट्रपति भवन : 14.11.2017

भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (14 नवम्बर, 2017) नई दिल्ली में 37वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले का महत्व किसी व्यापार मेले या प्रदर्शन से कहीं अधिक है। प्रत्येक वर्ष 14 नवम्बर को आरंभ होने वाला यह मेला विश्व स्तर पर भारत की जानकारी देता है। यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार के प्रति भारत की प्राचीन और चिरस्थायी प्रतिबद्धता का प्रतीक भी है।

राष्ट्रपति ने कहा कि स्वाभाविक रूप से हम व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के प्रति उदार समाज रहे हैं। हमने एक उदारवादी नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यापार व्यवस्था को महत्व दिया है। यह हमारे डीएनए का एक भाग है। यह एक ऐसी विरासत है जिस पर भारत और भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला निर्मित हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि इस वर्ष का भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला ऐसे समय में आयोजित हो रहा है जब भारत को विश्व अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण स्थान के रूप में मान्यता मिली है। विश्व ने भारत के बदलते कारोबार माहौल और कारोबार करने में आसानी के मामले में की गई प्रगति को स्वीकार किया है। वस्तु और सेवा कर की शुरुआत एक मील का पत्थर रहा है। इसने राज्यों के बीच की बाधाओं को तोड़ दिया है। इसने एक साझे बाजार तथा एक औपचारिक अर्थव्यवस्था और अपेक्षाकृत मजबूत विनिर्माण क्षेत्र के निर्माण में तेजी प्रदान की है। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप विगत तीन सालों के दौरान विदेशी प्रत्यक्ष निवेश में काफी तेजी आई है, यह 2013-14 के 36 बिलियल अमरीकी डॉलर से बढ़कर 2016-17 में 60 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।

राष्ट्रपति ने कहा कि 222 विदेशी कंपनियों सहित 300 प्रदर्शक भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 2017 में भाग ले रहे हैं। भारत के 32 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश इसमें प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। स्वयं सहायता समूहों से लेकर बड़े कारोबार घरानों तथा लघु और मध्यम विनिर्माण उद्यमों से लेकर डिजिटल स्टार्ट अप तक अनेक संस्थाएं शामिल हैं। भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला एक लघु भारत है। यह विविधता तथा इस उपमहाद्वीप की वास्तविक ऊर्जा का प्रतीक है।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के आर्थिक सुधारों और नीतियों का प्रमुख उद्देश्य गरीबी को मिटाना है तथा करोड़ों साधारण परिवारों की समृद्धि को बढ़ाना है। व्यापार से जनसाधारण को मदद मिलेगी। वे सबसे बड़े हिस्सेदार हैं। भारत सरकार की प्रमुख पहल, जैसे मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, स्किल इंडिया, स्मार्ट सिटिज तथा किसानों की आय को दुगुना करने का संकल्प आर्थिक सुधारों को जमीनी स्तर पर रहने वाले लोगों के लिए सार्थक बनाने के प्रयास हैं।

यह विज्ञप्ति 1245 बजे जारी की गई