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भारत के राष्ट्रपति ने गांधीनगर में ‘नवाचार और उद्यमिता महोत्सव’ का उद्घाटन किया

राष्ट्रपति भवन : 15.03.2019

भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (15 मार्च, 2019) गुजरात के गांधीनगर में ‘नवाचार और उद्यमिता महोत्सव’ का उद्घाटन किया। उन्होंने 10वें द्विवार्षिक ‘नेशनल ग्रासरूट इनोवेशन अवार्ड’ भी प्रदान किए।

इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि हम महत्वपूर्ण विकास लक्ष्यों को प्राप्‍त करने और एक संवेदनशील, समावेशी तथा खुशहाल समाज का निर्माण करने की दिशा में बढ़ते हुए हमें स्वास्थ्य, शिक्षा, खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा सुगमता, पर्यावरण संरक्षण और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे विविध क्षेत्रों में भारत की चिंताओं के समाधान खोजने के लिए नवाचार की शक्ति का प्रयोग करना होगा। हमें नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने और नवाचारी समाज के निर्माण के लिए सभी प्रयास करने होंगे। इससे हमें यह सुनिश्चित करने का सबसे अच्छा अवसर प्राप्त होगा कि प्रत्येक भारतीय युवा अपनी वास्तविक क्षमता को साकार करने का अवसर प्राप्‍त कर सके।

राष्ट्रपति ने कहा कि अभिनव विचार मात्र अपने आप में पर्याप्त नहीं है। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि उस रचनात्मक विचार को वास्तविक स्तर पर परिपक्व होने, प्रचारित और प्रसारित होने तथा जमीन पर उतरने के लिए आवश्‍यक अवलम्‍ब मिल सके। नवाचार स्‍वयं में, उन दो प्रमुख वाहकों में से पहला वाहक है जो यह सुनिश्चित करते हैं कि कोई भी नवाचार मूर्त रूप लेने योग्य बन सके। दूसरा प्रमुख वाहक है – उद्यमशीलता। उद्यमशीलता का स्‍वरूप नवाचार को पूरकता प्रदान करने वाला होना चाहिए ताकि इनके लाभ हमारे देशवासियों तक लाभ पहुंचाए जा सकें। हमें नवाचार को उद्यम में परिवर्तित करने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करने की आवश्यकता है। इसके लिए स्टार्ट-अप की और वित्तीय, परामर्श संबंधी एवं नीतिगत समर्थन प्रदान करके युवा नवाचारियों के विचारों को परिपक्‍व होने में सहायता प्रदान करने की आवश्यकता है।

यह विज्ञप्ति 1300 बजे जारी की गई।