Back

सैन्य अभियंता सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों ने राष्ट्रपति से मुलाक़ात की

राष्ट्रपति भवन : 15.10.2019

सैन्य अभियंता सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों के एक समूह ने आज (15 अक्टूबर, 2019) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द से मुलाक़ात की।

प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि सैन्य अभियंता सेवा (एमईएस) का एक उत्कृष्ट इतिहास रहा है। सर्वाधिक पुरानी और सर्वाधिक विशाल शासकीय अवसंरचना विकास एजेंसियों में से एक होने के नाते, एमईएस सशस्त्र बलों को इंजीनियरिंग सहायता उपलब्ध कराता है ताकि सशस्त्र बल अपनी परिचालन की तैयारियों को बेहतर कर सकें। डीआरडीओ, आयुध कारखानों और तटरक्षक बल जैसे अन्य रक्षा संगठनों को भी इंजीनियरिंग सहायता प्रदान करने का दायित्व सैन्य अभियन्ता सेवा ही निभाती है। उन्होंने राष्ट्रीय समर स्मारक के निर्माण में सक्रिय पहल करने के लिए एमईएस की सराहना की।

राष्ट्रपति ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि सैन्य अभियन्ता सेवा के अधिकारी सिविल सेवकों के रूप में उत्कृष्ट भूमिका निभाएंगे और भारत की जनता के हित में कार्य करेंगे। लेकिन उनकी भूमिका विशेष रूप से महत्वपूर्ण इसलिए भी है, कि वे उन सैनिकों की सेवा करते हैं, जो दिन-रात हमारी सीमाओं की रक्षा करते हैं। उन्होंने अधिकारियों से अपने दृष्टिकोण में ऐसी नवीनता लाने का आग्रह किया जिससे उनके कार्यों से सैनिकों के जीवन को अधिक आरामदेह बनाया जा सके क्योंकि अधिकांश सैनिक दुर्गम इलाके और विषम जलवायु वाले क्षेत्रों में कठिन जीवन व्यतीत करते हैं।