भारत के राष्ट्रपति ने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ के 7वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करेंगे
राष्ट्रपति भवन : 15.12.2017
भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (15 दिसंबर, 2017) बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ के 7वें दीक्षांत समारोह में भाग लिया और उसे संबोधित किया। उन्होंने विश्वविद्यालय कैंपस में अंबेडकर भवन का भी उद्घाटन किया।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने देश द्वारा की जा रही तीव्र प्रगति पर संतोष व्यक्त किया, परंतु कहा कि हमें विशेष सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में और अधिक कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि देश के आगे बढ़ने पर प्रत्येक नागरिक व्यक्तिगत विकास के लिए लाभ और अवसर प्राप्त कर सकता है।
राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों से कहा कि वे उद्यमी बनें और नौकरी तलाश करने की बजाय नौकरी प्रदाता बनें। उन्होंने सलाह दी कि वे अपने चुने हुए क्षेत्र में सच्ची सफलता हासिल करने के लिए नैतिकता और सिद्धांतों का अनुकरण करें। उन्होंने एक पंक्ति ‘सापेक्षता नैतिकता पर नहीं, भौतिकी पर लागू होती है,’ का हवाला देते हुए कहा कि नैतिकता पर न कोई अस्पृश्यता है और न कोई बहस हो सकती है।
राष्ट्रपति ने कहा कि बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय ने सामाजिक विषयों को उजागर करने के अनेक कदम उठाए हैं और पिछड़ों तक पहुंच प्रदान की है। इसने एक ही बालिका संतान अथवा गंभीर रोगों से पीडि़त विद्यार्थियों को आरक्षण मुहैया करवाया है। इसमें विश्वविद्यालय के निकट गांवों को भी गोद लिया है तथा शिक्षा और विकास पर स्थानीय समुदाय के साथ काम किया है और स्थानीय लोगों को विश्वविद्यालय के नवान्वेषक क्लब से जोड़ा है। उन्होंने विद्यार्थियों की संवेदना और दायित्व की भावना का उदाहरण देते हुए, ऐसे प्रयासों की सराहना की।
यह विज्ञप्ति 1315 बजे जारी की गई