भारत के राष्ट्रपति बांग्लादेश पहुंचे; वहां उन्होंने द्विपक्षीय बैठक में हिस्सा लिया
राष्ट्रपति भवन : 15.12.2021
भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द, आज सुबह (15 दिसंबर, 2021) ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे, जहां उनका स्वागत स्वयं बांग्लादेश के राष्ट्रपति, श्री मोहम्मद अब्दुल हमीद ने किया। राष्ट्रपति कोविन्द 15 से17 दिसंबर, 2021 तक बांग्लादेश की तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं, जो कोविड महामारी के प्रकोप के बाद से उनकी पहली राजकीय यात्रा है।
हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति का समाहोरिक स्वागत किया गया और उनके सम्मान में ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। इसके बाद, वे सावर में ‘राष्ट्रीय शहीद स्मारक’ गए और वहां उन्होंने बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद, वे 32 धानमंडी में ‘बंगबंधु स्मृति संग्रहालय’ देखने गए, जहां उन्होंने बांग्लादेश के राष्ट्रपिता, बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान को श्रद्धांजलि अर्पित की।
दोपहर में, राष्ट्रपति ने बांग्लादेश के राजनेताओं – राष्ट्रपति, मोहम्मद अब्दुल हमीद, प्रधान मंत्री, शेख हसीना और विदेश मंत्री, डॉ ए.के. अब्दुल मोमिन से मुलाकात की।
इन बैठकों में, राष्ट्रपति ने ‘मुजीब बोरशो’ के ऐतिहासिक अवसर पर, बांग्लादेश की मुक्ति की 50वीं वर्षगांठ और भारत-बांग्लादेश द्विपक्षीय संबंधों के 50वर्ष पूर्ण होने पर बांग्लादेश की सरकार और वहां की जनता को बधाई दी। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश का मुक्ति संग्राम हाल के इतिहास की एक प्रेरणादायी घटना है और भारत के लिए यह सम्मान की बात है कि वह भी इस ऐतिहासिक घटना का हिस्सा रहा है। उन्होंने कहा कि, 50 साल पहले, भारत और बांग्लादेश के बीच विशेष मैत्री की शुरूआत हुई, जिसकी नींव भाषा, बंधुता, धर्म और सांस्कृतिक लोकाचार के साथ-साथ परस्पर सम्मान की साझी जमीन में रखी गई थी।
राष्ट्रपति ने दोहराया कि भारत की ‘पड़ोस पहले' की नीति में बांग्लादेश का विशेष स्थान है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के साथ भारत की विकास सहभागिता सर्वाधिक व्यापक और विस्तृत साझेदारियों में से एक है। साथ ही, हमारे संबंध इतने परिपक्व हैं कि जटिल से जटिल समस्याओं से भी निपट सकते हैं।
व्यापार और कनेक्टिविटी के बारे में राष्ट्रपति ने कहा कि ‘कनेक्टिविटी’ भारत-बांग्लादेश संबंधों का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। अपनी भौगोलिक निकटता के कारण दोनों देशों द्वारा बहुत कुछ हासिल किया जाना है। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि बांग्लादेश, भारत के सबसे बड़े व्यापार भागीदारों में से एक है। उन्होंने कहा कि भारत को आशा है कि दोनों देशों के बीच अधिक संगठित और निर्बाध व्यापार हो सकेगा। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष, परमाणु प्रौद्योगिकी, प्रतिरक्षा, फार्मास्यूटिकल्स और अन्य उन्नत विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में भागीदारी की बहुत गुंजाइश है। उन्होंने कहा कि औपचारिक 'व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते' से दोतरफा व्यापार को महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलेगा।
कोविड महामारी के दौरान भारत और बांग्लादेश के बीच हुए आपसी सहयोग की ओर इशारा करते हुए राष्ट्रपति ने महामारी के दौरान बांग्लादेश से मिले समर्थन की सराहना की। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि बांग्लादेश, भारत से टीके प्राप्त करने वाले शुरुआत के देशों में से एक था और भारत में निर्मित टीकों का सबसे बड़ा प्राप्तकर्ता भी था।
बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग के विषय में राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच मुद्दों और साझा चिंताओं का व्यापक एजेंडा है, विशेष रूप से दक्षिण एशिया से संबंधित एजेंडा, जिसके लिए करीबी सहयोग की आवश्यकता होगी।
बाद में शाम को, राष्ट्रपति बंगभवन में बांग्लादेश के राष्ट्रपति द्वारा उनके सम्मान में आयोजित राजभोज में शामिल हुए।
कल, राष्ट्रपति विजय दिवस परेड देखेंगे और "मुजीब बोरशो" समारोह के समापन के अवसर पर, बांग्लादेश के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित विजय दिवस स्वागत समारोह में भाग लेंगे।