भारत के राष्ट्रपति इलाहाबाद उच्च न्यायालय की ‘न्याय ग्राम’ परियोजना का शिलान्यास किया
राष्ट्रपति भवन : 16.12.2017
भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (16 दिसंबर, 2017) इलाहाबाद में इलाहाबाद उच्च न्यायालय की न्याय ग्राम परियोजना का शिलान्यास किया।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता हमारे लोकतंत्र का आधार स्तंभ है। भारत की विश्वसनीयता निर्भीक और स्वतंत्र न्यायपालिका से बढ़ जाती है।
राष्ट्रपति ने कहा कि नागरिकों का न्यायपालिका पर विश्वास है, परंतु जनसाधारण इस तक पहुंचने से कतराता है। इस स्थिति को बदलने की आवश्यकता है। हम सभी का यह दायित्व है कि न्याय समय पर मिले, न्याय प्रणाली किफायती हो, फैसले सामान्य नागरिक के लिए सुबोध भाषा में हो तथा समाज की महिलाओं और कमजोर वर्गों को न्याय मिले।
राष्ट्रपति ने कहा कि न्यायिक ढांचे को मजबूत बनाना बहुत जरूरी है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय की आवश्यकताओं को पूरा करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि निचले न्यायालयों की कुशलता और गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए न्याय अधिकारियों का प्रशिक्षण बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि न्याय ग्राम परिसर में न्यायिक अकादमी स्थापित करने की योजना है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह न्यायिक अकादमी उत्तर प्रदेश की निचली न्यायपालिका की क्षमता में महत्वपूर्ण योगदान देगी।
यह विज्ञप्ति 1300 बजे जारी की गई