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भारत के राष्ट्रपति ने ईरान के राष्ट्रपति के सम्मान में राजभोज का आयोजन किया: उन्होंने कहा कि विकासशील राष्ट्रों के रूप में एक जैसी चुनौतियों का सामना करते हुए, भारत और ईरान के पास आदान-प्रदान करने और एक दूसरे से प्राप्त करने के लिए बहुत कुछ है

राष्ट्रपति भवन : 17.02.2018

भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (17 फरवरी, 2018) राष्ट्रपति भवन में ईरान इस्लामी गणराज्य के महामहिम राष्ट्रपति डॉ. हसन रोहानी का स्वागत किया। उन्होंने उनके सम्मान में एक राजभोज का भी आयोजन किया।

अपने राजभोज अभिभाषण में, राष्ट्रपति कोविन्द ने कहा कि ‘‘महामहिम, भारत और ईरान सदियों पुराने मित्र हैं। हमारे सभ्यतागत रिश्तों से हमारी घनिष्ठता बढ़ी है। हमने जीवन और संस्कृति के सभी पहलुओं पर एक दूसरे के साथ आदान-प्रदान किया है, एक दूसरे की संस्कृति को अपनाया है और समृद्ध किया है। अपने इन्हीं गहरे और मजबूत सांस्कृतिक संपर्कों के आधार पर, हमने अपनी आधुनिक साझीदारी विकसित की है।’’

राष्ट्रपति ने प्रसन्नता व्यक्त की कि भारत-ईरान के संबंध, सभी क्षेत्रों में प्रगाढ़ हो रहे हैं। हमारे द्विपक्षीय व्यापार का विस्तार हुआ है। हमारी ऊर्जा साझीदारी बढ़ोत्तरी पर है। ईरान के प्रचुर हाइड्रोकार्बन संसाधन और भारत में तेजी से बढ़ रही ऊर्जा की मांग से नए अवसर उपलब्ध हो रहे हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि विकासशील राष्ट्र होने के नाते हम एक जैसी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। भारत और ईरान एक-दूसरे की साझेदारी से बहुत कुछ प्राप्त कर सकते हैं। हमारे युवा हमारी सबसे बड़ी ताकत हैं। वे विचारों, ऊर्जा और उद्यमशीलता से लबरेज हैं। हमें उन्हें एक दूसरे के साथ जोड़ना होगा।

राष्ट्रपति ने कहा कि ईरान ने सदियों तक लोगों, संस्कृतियों और सभ्यताओं के मिलन में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्तमान दौर में, ईरान इस क्षेत्र के प्रमुख केन्द्र के रूप में एक बार फिर से उभरने की क्षमता रखता है। चाबहार पोर्ट, अशगाबात समझौता और इंटरनेशनल नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरीडोर जैसे कार्य मिलकर ईरान, भारत और अ़फगानिस्तान में ही नहीं बल्कि इनसे परे भी, इस क्षेत्र में व्यापक तौर पर विकास और समृद्धि के प्रभूत अवसर पैदा करेंगे।

यह विज्ञप्ति 2120 बजे जारी की गई