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राष्ट्रपति ने महात्मा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान, सेवाग्राम के स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित किया

राष्ट्रपति भवन : 17.08.2019

भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (17 अगस्त, 2019) महाराष्ट्र के वर्धा में महात्मा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान, सेवाग्राम के स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित किया।

संस्थान के विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि डॉक्टरों और आयुर्विज्ञान के विद्यार्थियों के रूप में, हमारे समाज को संवारने और हमारे लोगों की आरोग्‍यता सुनिश्चित करने में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका है। हमारी परिकल्पना ‘नया भारत’ बनाने की है, एक ऐसा भारत जहां हम सभी का जीवन गरिमामय और ख़ुशहाल हो, एक ऐसा भारत जहां "प्रत्येक व्यक्ति की आंखों से आंसू पोंछने" का बापू का सपना पूरा हो। और चिकित्सा क्षेत्र के पेशेवर के रूप में, इस यात्रा में उन सब की महत्वपूर्ण भूमिका है।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के विकास के लिए स्वास्थ्य एक महत्वपूर्ण चुनौती रही है। दुनिया की 18 प्रतिशत जनसंख्या वाले देश के रूप में, यहाँ पूरी दुनिया की 20 प्रतिशत बीमारियां मौजूद हैं। हमारे समक्ष संक्रामक, गैर-संक्रामक और नए उभरते रोगों के तिहरे बोझ की चुनौती है। स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच का अभाव, कुपोषण और उष्णकटिबंधीय क्षेत्र की उपेक्षित बीमारियों का हम पर भारी संकट है। हमारी सरकार अपने प्रमुख स्वास्थ्य कार्यक्रम ‘आयुष्मान भारत’ और अन्य स्वास्थ्य मिशनों के माध्यम से इनसे निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी समस्याएं जटिल हैं और सामाजिक-आर्थिक क्षेत्र की हमारी वृहत्तर चुनौतियों से जुड़ी हुई हैं। राष्ट्रपति को यह जानकर खुशी हुई कि इस संस्थान ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में - रोकथाम, आरोग्य, उपचार, सामुदायिक सशक्तिकरण से लेकर अनुसंधान और नवाचार तक बहु-विषयक दृष्टिकोण अपनाया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और समुदाय को एकीकृत करने के अपने प्रयासों में, डॉक्टरों को प्रकृति और परम्परागत ज्ञान से समृद्ध वैकल्पिक चिकित्सा-पद्धति की ओर भी ध्यान देना चाहिए, और ऐसा इसलिए भी करना चाहिए किवे ग्रामीण लोगों की सेवा करते हैं जो सांस्कृतिक रूप से ऐसी प्रथाओं से परिचित होते हैं।

इससे पहले, राष्ट्रपति गांधी सेवाग्राम आश्रम में ‘बापू कुटी’गए और वहां चंदन का पौधा लगाया।