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भारत के राष्ट्रपति फिलीपींस पहुंचे; वहां वे द्विपक्षीय बैठक में शामिल हुए; उन्होंने कहा कि आसियान के साथ भारत का सम्बन्ध, भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति का महत्वपूर्ण अंग है और हमेशा रहेगा

राष्ट्रपति भवन : 18.10.2019

भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द अपनी फिलीपींस और जापान की दो देशों की यात्रा के पहले चरण में कल (17 अक्टूबर, 2019) मनीला, फिलीपींस पहुँचे।

आज (18 अक्टूबर, 2019), राष्ट्रपति ने अपने कार्यक्रम की शुरुआत रिज़ल पार्क पहुँच कर की, जहाँ उन्होंने फिलीपींस के राष्ट्रीय नायक डॉ. जोस रिज़ल को श्रद्धांजलि अर्पित की। मनीला सिटी के मेयर डॉ. दोमागोसो ने रिज़ल पार्क में उन्हें ‘सांकेतिक चाबी’ भी प्रदान की।

इसके बाद, राष्ट्रपति मलाहन्याग पैलेस गए, जहां उनकी अगवानी फिलीपींस के राष्ट्रपति रोद्रिगो रो दुतेरते ने किया और उनका समारोहिक स्वागत किया। आपसी चर्चा के दौरान, दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।

इसके बाद, राष्ट्रपति ने दोनों पक्षों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता का नेतृत्व किया। इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि दो सजग लोकतंत्रों के रूप में जो नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था में विश्वास करते हैं, अंतर्राष्ट्रीय कानून और राष्ट्रों की संप्रभु समानता का सम्मान करते हैं, फिलीपींस और भारत अपने संबंधित राष्ट्रीय विकास और सुरक्षा उद्देश्यों में स्वाभाविक भागीदार हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि फिलीपींस और भारत के बीच आर्थिक संबंधों को और बेहतर बनाने की अपार संभावनाएं हैं। फिलीपींस भारत के कॉर्पोरेट क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण देश के रूप में उभर रहा है। भारतीय कंपनियां डिजिटल उद्योगों, नवाचार और स्टार्ट-अप, स्वास्थ्य और फार्मा तथा कृषि विकास के महत्वपूर्ण क्षेत्र में भागीदार फिलिपिनो कंपनियों में रुचि रखती हैं। भारत बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ फिलीपींस के रक्षा क्षेत्र के आधुनिकीकरण में भी भागीदार बनना चाहता है। उन्होंने कहा कि इन दोनों क्षेत्रों में, भारतीय कंपनियों ने अपनी पहचान बनाई है और वैश्विक प्रतिष्ठा प्राप्त की है। उन्होंने फिलीपींस की कंपनियों को भारत की परिवर्तनकारी प्रगति और विकास में निवेश के लिए आमंत्रित किया।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के लिए, आसियान अत्यधिक महत्व का क्षेत्र है। भारत की इच्छा एक ऐसे मजबूत, एकीकृत और समृद्ध आसियान देखने की है जो भारत-प्रशांत क्षेत्र के उभरते हुए कार्यों में केंद्रीय भूमिका निभा रहा है। आसियान के साथ भारत का संबंध ‘एक्ट ईस्ट’ नीति का महत्वपूर्ण अंग रहा है।

भारत और फिलीपींस ने दोनों देशों के राष्ट्रपतियों की उपस्थिति में समुद्री क्षेत्र, सुरक्षा, पर्यटन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा संस्कृति के क्षेत्रों में चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए और उनका आदान-प्रदान किया।

इस अवसर पर राष्ट्रपति कोविन्द द्वारा दिया गया प्रेस वक्तव्य संलग्न है।

उसी शाम, राष्ट्रपति ने फिलीपींस के राष्ट्रपति रोद्रिगो रो दुतेरते द्वारा अपने सम्मान में आयोजित राज-भोज में शामिल हुए। इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि यह वर्ष हमारी द्विपक्षीय यात्रा में एक मील का पत्थर है। राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मनाने के लिए और फिलीपींस-भारत द्विपक्षीय साझेदारी के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताने के उद्देश्य से इस यात्रा का आयोजन किया गया है।