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राष्ट्रपति भवन में 59 केन्‍द्रीय उच्च शिक्षा संस्थानों के निदेशकों की एक दिवसीय बैठक की मेजबानी की गई

राष्ट्रपति भवन : 19.07.2018

राष्ट्रपति भवन में आज (19 जुलाई, 2018) सूचना प्रौद्योगिकी, इंजीनियरी विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा नियोजन और वास्तुकला के क्षेत्रों में कार्यरत 59 उच्च शिक्षा संस्थानों के निदेशकों की एक दिवसीय बैठक की मेजबानी की गई।146 केन्‍द्रीय विश्वविद्यालयों और उच्चतर शिक्षा संस्थानों के कुलाध्यक्ष के रूप में भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्‍द का ऐसे संस्थानों के साथ नियमित संवाद का यह भी एक हिस्सा है।

समापन सत्र में राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान प्रणाली देशभर के प्रतिभावान विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा प्रदान करने में सक्षम रही है। संस्थानों का यह नेटवर्क सुदूर क्षेत्रों तक इंजीनियरी शिक्षा के अवसर लेकर पहुंचा है। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों की भूमिका तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान के प्रोत्साहन में महत्वपूर्ण है।

राष्ट्रपति ने कहा कि वर्तमान विश्व में सूचना प्रौद्योगिकी की एक केन्‍द्रीय भूमिका है। हमारे सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, सूचना प्रौद्योगिकी और प्रबंधन के दो क्षेत्रों के लिए एक विशिष्ट समागम स्थल निर्मित करने का प्रयास कर रहे हैं। वे, सूचना प्रौद्योगिकी और प्रबंधन के समेकित अनुप्रयोग के लिए अनुसंधान, अध्यापन और विस्तार कार्य में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं। ऐसे युग में जबकि सूचना प्रौद्योगिकी हमारे लगभग सभी प्रयासों में महत्वपूर्ण हो गई है, यह कार्य अत्यंत महत्‍वपूर्ण है।

राष्ट्रपति ने कहा कि इन संस्थानों के प्रमुखों को हमारे देश के युवाओं का भविष्य संवारने का एक अवसर मिला है। उनका कार्य न केवल अपने स्नातक विद्यार्थियों के भविष्य को अपितु भारत के भविष्य को भी प्रभावित करता है। उनके संस्थानों से निकलने वाले युवा स्नातक अपनी पीढ़ी के पथ प्रदर्शक बनेंगे। ये संस्थान उनमें सही ज्ञान, सही जीवन मूल्य और सही आचरण जगा कर हमारे समाज की सेवा कर रहे हैं।

यह विज्ञप्ति 1800 बजे जारी की गई।