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भारत के राष्ट्रपति वियतनाम पहुंचे; उन्होंने वियतनाम-भारत व्यापार मंच को सम्बोधित किया, प्राचीन मंदिर परिसर में एएसआई समर्थित जीर्णोद्धार परियोजना की समीक्षा की

राष्ट्रपति भवन : 19.11.2018

भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द वियतनाम और ऑस्ट्रेलिया की अपने दो राष्ट्रों की राजकीय यात्रा पर आज (19 नवम्बर, 2018) हनोई पहुंचेl दोपहर में, राष्ट्रपति ने वियतनाम की राजधानी में वियतनाम-भारत व्यापार मंच को सम्बोधित कियाl व्यापार मंच के कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और वियतनाम पुरानी सभ्यता के समय से ही मित्र हैं,और हमारी समकालीन साझेदारी में व्‍यापार की भूमिका प्रेरक शक्ति की है। गत 8 वर्षों में, हमारा द्विपक्षीय व्यापार 2010 के 3.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2017 में 12.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर के लगभग हो गया है और इस प्रकार इसमें 4 गुना वृद्धि हुई हैlवियतनाम और भारत दोनों ही उच्च वृद्धि के मार्ग पर हैं और इस कारण, इस रुझान के जारी रहने की संभावना है।

राष्ट्रपति ने कहा कि वियतनाम और भारत के बीच व्‍यापार के अन्य क्षेत्रों के साथ, वित्तीय सेवाओं, सूचना प्रौद्योगिकी और डिजिटल अर्थ-व्यवस्था, हाइड्रोकार्बन, रक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, खनन, स्वास्थ्य, पर्यटन और नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में साथ कार्य करने की संभावना हैlराष्ट्रपति ने कहा कि आसियान में वियतनाम भारत का बहुत महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है,और भारत वियतनाम के 10 सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में शामिल है। उन्होंने जोर दिया कि वियतनाम और भारत के आर्थिक संबंधों ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की गई हैं, किन्तु अभी बहुत कुछ होना बाकी हैlउन्होंने व्यापार बढ़ोत्‍तरी के साथ-साथ प्रौद्योगिकी और निवेश सहकार के लिए भारतीय और वियतनामी व्यापार क्षेत्र को, साझेदारी के लिए आमंत्रित कियाl

बाद में शाम को, राष्ट्रपति ने वियतनाम में भारत के राजदूत, श्री पी. हरीश द्वारा आयोजित भारतीय समुदाय और भारत मित्रों के बड़े जनसमूह को संबोधित कियाl

सभा को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि ‘बुद्धिस्ट संघ’ भारत और वियतनाम के बीच मित्रता को बढ़ावा देने वाली एक महत्वपूर्ण संस्था हैl उन्होंने कहा कि बौद्ध भिक्षु हमारे संबंधों को प्रगाढ़ करने में जितने प्राचीन समय में सक्रिय थे, उतने ही आज भी हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि वियतनाम में भारतीय समुदाय स्थानीय अर्थ-व्यवस्था और समाज के लिए अवसर पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैlउन्होंने भारत की बेहतर समझ बनाने के कार्य में वियतनाम-इंडिया फ्रेंडशिप एसोसिएशन, द वियतनाम यूनियन ऑफ़ फ्रेंडशिप एसोसिएशन और वियतनाम विश्वविद्यालय के भारतीय अध्ययन विभागों के प्रयासों की सराहना कीl

कल (18 नवम्बर, 2018) दोपहर में, राष्ट्रपति कोविन्द ने दा नेंग पहुँचने के बाद अपनी राजकीय यात्रा आरम्भ कीl 18 नवम्बर की शाम को, उन्होंने दा नेंग पीपुल्स कमेटी के स्‍थानीय नेताओं से मुलाकात की और अपने सम्मान में आयोजित राजभोज में शिरकत कीlआज (19 नवम्बर, 2018)सुबह, राष्ट्रपति ने चाम मूर्तिकला संग्रहालय का दौरा किया,जहाँ हिन्दू और बौद्ध धर्म से प्रेरित मूर्तिकला सहित चाम सभ्यता की मूर्तियों और नक्काशियों का प्रभावशाली संग्रह मौजूद है।

राष्ट्रपति कोविन्द क्वान्गनान प्रान्त में माय सोन मंदिर परिसर भी गए, जहाँ के प्राचीनतम मंदिर चौथी शताब्दी के हैंl यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल- माय सोनमंदिर परिसर वियतनाम की सबसे अधिक मान्‍य सांस्कृतिक निधियों में से एक हैlप्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की सहायता से किया जा रहा है, और राष्ट्रपति को, इस अवसर पर जीर्णोद्धार परियोजना के बारे में जानकारी दी गई।

यह विज्ञप्ति 1830 बजे जारी की गई।