राष्ट्रपति कोविन्द सूरीनाम पहुंचे; सूरीनाम के राष्ट्रीय सदन को संबोधित किया
राष्ट्रपति भवन : 20.06.2018
भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द तीन देशों-यूनान, सूरीनाम और क्यूबा की अपनी राजकीय यात्रा के दूसरे चरण में कल शाम (19 जून, 2018) सूरीनाम पहुंचे। यह किसी भी भारतीय राष्ट्रपति की सूरीनाम की पहली यात्रा है। सूरीनाम गणराज्य के राष्ट्रपति, श्री डिजायर देलानो बुतरस ने अन्य गणमान्य लोगों के साथ पारामारिबो के योहान एडोल्फ पेंजेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति की अगवानी की और उनका समारोहिक स्वागत किया। इसके बाद राष्ट्रपति ने नगर में स्थापित गांधी प्रतिमा पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
आज (20 जून, 2018) राष्ट्रपति ने सूरीनाम के राष्ट्रीय सदन को संबोधित किया। सूरीनाम के राष्ट्रीय सदन को संबोधित करने वाले वह प्रथम विदेशी राष्ट्र अध्यक्ष बने।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि लैटिन अमेरिका और कैरेबियन क्षेत्र के साथ पहले से ही व्यापक अपने व्यापार, निवेश और सांस्कृतिक संबंधों को प्रगाढ़तर बनाने के हमारे प्रयासों में सूरीनाम भारत का एक ठोस साझेदार है।
राष्ट्रपति ने कहा कि जलवायु परिवर्तन एक अंतरराष्ट्रीय चिंता का विषय है और विदेश नीति से जुड़ा हुआ मुद्दा है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर सूरीनाम के समझदारी भरे दृष्टिकोण की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत को गर्व है कि सूरीनाम अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में सह-साझेदार है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन में अपने प्रवेश की अभिपुष्टि के लिए सूरीनाम का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि इससे हम उन सौर ऊर्जा परियोजनाओं में परस्पर सहयोग कर पाएंगे जिनसे सूरीनाम के लोगों और पूरी धरती को लाभ होगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सूरीनाम को केवल नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में ही साझेदार नहीं बनाना चाहता अपितु भारत को सूरीनाम की आवश्यकताओं, आकांक्षाओं और प्राथमिकताओं के अनुसार उसके साथ अपने विकासात्मक अनुभव सहर्ष साझा करना चाहेगा।
राष्ट्रपति को यह जानकर खुशी हुई कि सूरीनाम के युवाओं द्वारा भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग कार्यक्रम के अंतर्गत उपलब्ध सुविधाओं के उपयोग में उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि हमने सूरीनाम डिप्लोमेटिक इंस्टीट्यूट और भारत के विदेश सेवा संस्थान के बीच औपचारिक जुड़ाव के एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए हैं। इससे सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, ई-कूटनीति और प्रवासी भारतीय समुदाय में सूरीनामके राजनयिकों का प्रशिक्षण सुगम हो सकेगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि कल (21 जून) वे राष्ट्रपति बुतरस और सूरीनाम के अन्य गणमान्य लोगों और मित्रों के साथ सुबह 7:00 बजे शुरू होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में भाग लेंगे। योग में शामिल होने और उसका आनंद लेने के लिए उन्होंने राष्ट्रीय सदन के सदस्यों और अन्य गणमान्य लोगों को भी आमंत्रित किया। उन्होंने उन्हें भारत की यात्रा पर आने और सूरीनाम-भारत मैत्री को घनिष्ठ बनाने में योगदान करने के लिए भी उन्हें आमंत्रित किया।
आज सुबह, राष्ट्रपति ने अपने समकक्ष-सूरीनामी राष्ट्रपति के साथ आमने-सामने विचार- विमर्श किया और शिष्टमंडल स्तरीय वार्ता का नेतृत्व भी किया। दोनों पक्षों ने विशेषकर आर्थिक संबंधों, सांस्कृतिक सहयोग और विकास साझेदारी के क्षेत्र में द्विपक्षीय कार्यसूची के विस्तार पर सहमति व्यक्त की।
राष्ट्रपति ने घोषणा की कि सूरीनाम के 49 गांवों के एक समूह को स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एक सौर परियोजना स्थापना के लिए भारत 20 मिलियन अमेरिकी डॉलर का रियायती ऋण देगा। इसके अतिरिक्त, भारत पिकिन सरोन क्षेत्र में बिजली पारेषण परियोजना में मदद के लिए 27.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर का ऋण तथा चेतक हेलीकॉप्टरों के रखरखाव के लिए 3.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर का एक अन्य ऋण भी उपलब्ध कराएगा। इसके अलावा, सूचना प्रौद्योगिकी का एक उत्कृष्ट केन्द्र स्थापित करने में भी भारत सूरीनाम की मदद करेगा। इस परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए गए। इसके अतिरिक्त, दोनों पक्षों ने निर्वाचन, राजनयिक अकादमियों की साझेदारी, दोनों देशों के राजनयिकों के पति/पत्नियों के रोजगार तथा अभिलेखागार के क्षेत्रों में भी चार समझौते किए।
सूरीनाम ने भी कृषि, खनन, ऊर्जा और इमारती लकड़ियों जैसे क्षेत्रों में भारतीय निवेश आमंत्रित किया। वार्ता के दौरान, सूरीनाम ने अगस्त 2018 में मॉरीशस में आयोजित किए जाने वाले 11वें विश्व हिंदी सम्मेलन में तथा निकट भविष्य में त्रिनिदाद और टोबैगो में भारत और कैरीकोम (CARICOM) के बीच आयोजित किए जाने वाले बिजनेस कॉन्क्लेव में भाग लेने के भारत के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया।
यह विज्ञप्ति 2130 बजे जारी की गई।