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राष्ट्रपति ने मंगोलिया के राष्ट्रपति की मेजबानी की; उन्होंने कहा कि भारत और मंगोलिया केवल रणनीतिक साझेदार ही नहीं बल्कि हमारी साझी बौद्ध विरासत के माध्यम से जुड़े ‘आध्यात्मिक पड़ोसी’ भी हैं

राष्ट्रपति भवन : 20.09.2019

भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (20 सितंबर, 2019) राष्ट्रपति भवन में मंगोलिया के राष्ट्रपति, महामहिम श्री खाल्तमागिन बातुल्ग की अगवानी की। उन्होंने राष्ट्रपति बातुल्ग के सम्मान में राज-भोज का आयोजन भी किया।

राष्ट्रपति बातुल्ग का भारत में स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले दस वर्ष में मंगोलिया के किसी राष्ट्रपति की यह पहली यात्रा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह यात्रा भारत-मंगोलिया द्विपक्षीय संबंधों में मील का पत्थर साबित होगी।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत मंगोलिया के साथ अपने घनिष्ट और मैत्रीपूर्ण संबंधों को बहुत महत्व देता है। हम न केवल 'रणनीतिक साझेदार' हैं,बल्कि हमारी साझा बौद्ध विरासत के माध्यम से जुड़े 'आध्यात्मिक पड़ोसी' भी हैं। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध में अब अवसंरचना, अंतरिक्ष और डिजिटल कनेक्टिविटी जैसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आर्थिक सहयोग में विस्तार हो रहा है। दोनों पक्ष साइबर सुरक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी, आपदा प्रबंधन, खनन और पशुपालन के क्षेत्र में भी करीबी सहयोग कर रहे हैं।

राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता हेतु भारत की उम्मीदवारी के प्रति निरंतर समर्थन के लिए मंगोलिया की सराहना की। उन्होंने ‘अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन' में शामिल होने के मंगोलिया के निर्णय की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे नवीनीकरण ऊर्जा क्षेत्र में हमारी साझेदारी मजबूत होगी और हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में सहायता मिलेगी।

इसके बाद, राष्ट्रपति कोविन्द ने अपने राज-भोज भाषण में कहा कि लोगों से लोगों के बीच हमारे सदियों पुराने आदान-प्रदान और आवागमन हमारे संबंधों का आधार रहा है। भारत के बौद्ध भिक्षु और व्यापारी शांति, सद्भाव और मैत्री का संदेश लेकर मंगोलिया जाते रहे हैं। इसी तरह, समय के साथ, मंगोलियाई विद्वान और तीर्थयात्री बौद्ध अध्ययन और आध्यात्मिक अनुकम्पा की खोज में भारत आए। यह शाश्वत परंपरा अब भी जारी है। भारत को आज बौद्ध अध्ययन में संलग्न लगभग 800 मंगोलियाई विद्यार्थियों की मेजबानी करने का सौभाग्य प्राप्त है।

राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे दोनों देशों के लोगों की समृद्धि के लिए हमारी सामरिक भागीदारी को और मजबूत एवं विस्तारित करने हेतु मंगोलिया की सरकार और मंगोलिया के लोगों के साथ काम करने के लिए भारत प्रतिबद्ध है।