भारत के राष्ट्रपति ने गुजरात में, गुजरात विश्वविद्यालय के 66वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया
राष्ट्रपति भवन : 21.01.2018
भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (21 जनवरी, 2018 ) अहमदाबाद में, गुजरात विश्वविद्यालय के 66वें दीक्षांत समारोह में भाग लिया और उसे संबोधित किया।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि गुजरात विश्वविद्यालय अपनी ‘स्टार्ट-अप उद्यमिता परिषद’ के माध्यम से बहुत से नए उद्यमियों को सहयोग दे रहा है। ‘कौशल विकास परिषद’ का सृजन विद्यार्थियों के सशक्तीकरण की दिशा में एक स्वागत योग्य कदम है। उन्होंने कहा कि वर्तमान विश्वविद्यालयों को रोजगार योग्यता और स्वरोजगार और उद्यमिता के लिए अपने विद्यार्थियों को तैयार करने को सर्वोच्च वरीयता देनी चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि अहमदाबाद में ऐसे बहुत से अच्छे संस्थान हैं जो स्टार्ट-अप संस्कृति को बढ़ावा देते हैं। हाल ही में, भारत और इजराइल के प्रधान मंत्रियों ने अहमदाबाद में अन्तरराष्ट्रीय उद्यमिता और प्रौद्योगिकी केंद्र अर्थात आई क्रिएट का उद्घाटन किया। यह युवा भारतीय उद्यमियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करेगा। राष्ट्रपति ने गुजरात विश्वविलय के विद्यार्थियों का, इन सुविधाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया।
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि अपने जीवन में उन्होंने जो भी हासिल किया है वह न केवल अपने प्रयासों से बल्कि अपने परिजनों, हितैषियों, शिक्षकों, समाज और सरकार के योगदान से भी प्राप्त किया है। यह उन्हें विचार करना है कि खास तौर से समाज को उन्हें कैसे प्रतिदान करना है। उन्होंने उनसे आग्रह किया कि वे शिक्षा के अवसरों से वंचित लोगों के बारे में सोचें और उनको विकास प्रक्रिया में मदद करने का प्रयास करें।
राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तम शिक्षा न केवल विद्यार्थियों को कौशलयुक्त बनाती है बल्कि संवेदनशील भी बनाती है। उन्होंने कहा कि नरसी मेहता और महात्मा गांधी के राज्य गुजरात के विद्यार्थियों से यह आशा करना स्वाभाविक है कि वे सहृदयता, नैतिकता और मानव कल्याण में योगदान दें।
यह विज्ञप्ति 1825 बजे जारी की गई