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भारत के राष्ट्रपति ने नवाचार और उद्यमिता महोत्सव के समापन सत्र में भाग लिया; उन्होंने कहा कि हमें अपने लोगों के लिए नवान्वेषी विचारों को सुगम्य और किफायती उत्पादों और सेवाओं में बदलना चाहिए

राष्ट्रपति भवन : 21.03.2018

भारत के राष्ट्रपति ने आज (21 मार्च, 2018)राष्ट्रपति भवन में ‘नवाचार और उद्यमिता महोत्सव’के समापन सत्र में भाग लिया। उन्होंने नवाचार और उद्यमिता महोत्सव के दौरान सामाजिक अनुप्रयोग के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी द्वारा प्रेरित नवाचार;नवाचार वातावरण के पोषण; स्टार्ट-अप सहित नवाचारों के विस्तार और वाणिज्यीकरण;और बांस तथा हर्बल औषधि, सुगंध,महक और स्वादों पर विशेष बल देते हुए सतत कृषि के नवाचारों पर नवाचार और उद्यमिता महोत्सव के दौरान हुई बैठकों की सिफारिशों के प्रस्तुतीकरण का भी अवलोकन किया।

इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रपति भवन में आयोजित नवाचार प्रदर्शनी में उद्योगक्षेत्र,सरकार और नागरिक समाज को यह दर्शाया गया है कि किस प्रकार नवान्वेषक-गण एक सृजनात्मक और सहृदय भारत के लिए आपस में मिल-जुल कर काम कर रहे हैं। परंतु नवाचारों का प्रदर्शन इस महोत्सव का एक मात्र उद्देश्य नहीं है। हमें अपने लोगों के लिए नवान्वेषी विचारों को सुगम्य और किफायती उत्पादों और सेवाओं का रूप देना होगा। अन्यथा विचार कागज और कम्प्यूटर की स्क्रीन पर सुन्दर विचार मात्र बनकर रह जाएंगे। बुनियादी नवाचार को दूसरे नवाचारों के साथ जोड़ना तथा लोगों द्वारा उन्हें अधिक से अधिक अपनाया जाए,इसके लिए बुनियादी नवाचारों का मार्ग प्रशस्त करना जरूरी है।

राष्ट्रपति ने कहा कि नवाचार संस्कृति विज्ञान और प्रौद्योगिकी तक सीमित नहीं है। यह एक व्यापक प्रयास है। केन्द्रीय उच्च शिक्षा संस्थानों के नवाचार क्लबों से उम्मीद की जाती है कि वे नवाचार की खोज,प्रचार-प्रसार तथा सराहना के लिए शहरी और ग्रामीण समुदायों की अपूर्ण रह गई आवश्यकताओं की पहचान करने के प्रयासों को फिर से बढ़ाएं।

राष्ट्रपति ने कहा कि आम तौर पर देखा जाए तो बांस,सुगंधीय और औषधीय पौधे उगाने वाले हमारे देश के क्षेत्र ऐसे क्षेत्र हैं जिनके विकास में कमियां और चुनौतियां मौजूद हैं। इस वर्ष नवाचार और उद्यमिता महोत्सव में ऐसे संसाधनों के प्रबंधन और प्रक्रमण में नवाचारों को एकजुट करने पर ध्यान दिया गया है। इन क्षेत्रों में उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों का बेहतर प्रयोग करके इन क्षेत्रों से विकास में तेजी लाने का लक्ष्य है। इसका सीधा प्रभाव आजीविका पर पड़ेगा।

राष्ट्रपति ने सभी प्रतिभागियों और नवान्वेषकों को,अपनी असाधारण प्रतिभा की झलक दर्शाने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि उनके वृतांत उनकी कहानियां प्रेरणादायी हैं। अब ये जिम्मेदारी हमारी है कि हम इस प्रेरणा को एक प्रोत्साहन के रूप में इस्तेमाल करें और उनके नवान्वेषणों को उद्यम के रूप में बदल दें।

नवाचार और उद्यमिता महोत्सव से संबंधित नवाचार प्रदर्शनी 19 से 23 मार्च, 2018 तक 1200 बजे से 1700बजे के बीच जनता के अवलोकन के लिए खुली है। दर्शक राष्ट्रपति भवन के गेट नं.35 (नॉर्थ एवेन्यू के निकट) से होकर इसे देखने आ सकते हैं।

यह विज्ञप्ति 1915 बजे जारी की गई