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भारत के राष्ट्रपति ने डॉ. वाई.एस. परमार बागवानी और वानिकी विश्वविद्यालय के 9वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया

राष्ट्रपति भवन : 21.05.2018

भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज ( 21 मई, 2018) सोलन, हिमाचल प्रदेश में डॉ. वाई.एस. परमार बागवानी और वानिकी विश्वविद्यालय के 9वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया।

इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने नोट किया कि डॉ. वाई.एस. परमार विश्वविद्यालय को एशिया में पहला बागवानी विश्वविद्यालय होने का गौरव प्राप्त है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे पर्वतीय क्षेत्रों के किसानों के लिए कृषि, बागवानी और वानिकी के क्षेत्र में अनुसंधान का विशेष महत्व है। पिछले तीन दशकों में, डॉ वाई.एस. परमार विश्वविद्यालय ने राज्य में बागवानी और वानिकी को आगे बढ़ाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

राष्ट्रपति ने कृषि क्षेत्र में शिक्षाप्राप्ति करने का विकल्प चुनने के लिए विश्वविद्यालय के छात्रों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र किसानों, ग्रामीण समुदाय और पूरे देश की समृद्धि से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय के प्रत्येक छात्र और शिक्षक को वे हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ हमारे देश केअन्य हिस्सों में तकनीकी रूप से सक्षम मित्र और सहभागी मानते हैं।

राष्ट्रपति ने स्नातक उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी शिक्षा का लक्ष्य केवल नौकरी पाने तक ही सीमित नहीं होना चाहिए। वे अपने कौशल और सीख का उपयोग करते हुएअपने स्वयं के उद्यम शुरू कर सकते हैं। फल और सब्जी प्रसंस्करण के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। अपने ज्ञान और उद्यमिता के साथ, विश्वविद्यालय से ये स्नातक देश और विदेश के उपभोक्ताओं को बेहतर खाद्य उत्पाद उपलब्ध कराने में मददगार हो सकते हैं और किसानों को उनकी उपज के बेहतर मूल्य दिलाने में मदद कर सकते हैं। उन्होंने छात्रों से संघ और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओंऔर पहलों का लाभ उठाते हुए कृषि क्षेत्र में अपने व्यवसाय स्थापित करने कीअपील की।

यह विज्ञप्ति 1415 बजे जारी की