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भारत के राष्ट्रपति ने उत्तर प्रदेश निवेशक सम्मेलन, 2018 के समापन समारोह को संबोधित किया; उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में विश्व का सबसे विशाल कार्यबल और उपभोक्ता बाजार है तथा भारत में निवेशकों का आकर्षक गंतव्य है।

राष्ट्रपति भवन : 22.02.2018

भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (22फरवरी, 2018 )लखनऊ में उत्तर प्रदेश निवेशक सम्मेलन, 2018के समापन सत्र में भाग लिया और उसे संबोधित किया।

इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तर प्रदेश प्रतिभावान युवाओं से भरपूर राज्य है। इसमें भारत का ही नहीं बल्कि विश्व के किसी भी स्थान के विशालतम कार्यबलों में से एक कार्यबल और उपभोक्ता बाजार मौजूद है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर, भारतीय प्रबंध संस्थान लखनऊ,बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय,इलाहाबाद विश्वविद्यालय आदि जैसे भारत के उच्च शिक्षा के कुछ उत्कृष्ट संस्थानों की भूमि है उत्तर प्रदेश। यह प्रतिभा भण्डार और यह ऊर्जा,उत्तर प्रदेश को एक आर्थिक शक्तिपुंज बनने का आधार प्रदान करती है। इसी से यह राज्य निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन गया है।

राष्ट्रपति ने कहा कि हाल का समय भारत के लिए भारी आर्थिक बदलाव का तथा बढ़ती आकांक्षाओं और उपलब्धियों का समय रहा है। वस्तु और सेवाकर की शुरुआत एक मील का पत्थर रही है। इसने राज्यों के बीच की बाधाओं को तोड़ दिया है। इसने एक साझा बाजार तथा पहले से अधिक औपचारिक अर्थव्यवस्था के सृजन को बल प्रदान किया है। वस्तु और सेवा कर के अन्तर्गत कर जमा करना उत्तरोत्तर सुचारू बनाया गया है। नकदी की बजाय डिजीटल भुगतान का बदलाव भी उल्लेखनीय है और इसने नए अवसर पैदा किए हैं। करदाताओं,कारोबारियों और निवेशकों के लिए प्रक्रिया के सरलीकरण से भारत ने कारोबार करने में सुगमता के मामले में काफी प्रगति की है। निजी क्षेत्र के और वैश्विक निवेश के लिए अधिक से अधिक क्षेत्रों को खोलने से सराहना मिली है। इसके परिणामस्वरूप, पिछले तीन वर्ष में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 2013-2014के36 बिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर2016-17में 60बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया है।

राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी सुधार प्रक्रिया का उद्देश्य ऐसे आर्थिक बदलावों को हमारे समाज के सभी वर्गों और देश के सभी क्षेत्रों के लिए सार्थक बनाने का है। मुद्रा,स्टार्ट-अप इंडिया और स्टैंड-अप इंडिया जैसे कार्यक्रमों से जमीनी स्तर के उद्यमों और लघु व्यवसायों को बढ़ावा मिल रहा है और इन्हें वृहत्तर अर्थव्यवस्था के साथ समेकित करने में मददगार हो रहे हैं। इसके समानांतर,केन्द्र सरकार ने राज्यों को कर राजस्व का अपेक्षाकृत बड़ा हिस्सा और आर्थिक व नीतिगत दायित्व सौंप दिए हैं। भारत का आर्थिक भविष्य उत्तरोत्तर राज्यों द्वारा और राज्य सरकारों जैसे कि उत्तर प्रदेश सरकार,द्वारा लिखा जा रहा है।

राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने कारोबार के लिए और निवेशकों के लिए एक सुविधाजनक माहौल प्रदान करने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया है।‘निवेश मित्र’एकल खिड़की पोर्टल ने राज्य में उद्यम आरंभ करना आसान बना दिया है। राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार के सुझावों के अनुसार‘कारोबार सुधार कार्य योजना2017’ का कार्यान्वयन शुरू कर दिया है। औद्योगिक निवेश और रोजगार बढ़ाने के लिए एक नई नीति शुरू की गई है। इन सभी बदलावों से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।

राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य किसानों का राज्य है। यहां के किसानों ने आधुनिक प्रौद्योगिकियों को अपनाने का दृढ़ संकल्प दर्शाया है। समूची एग्री-वैल्यू-चेन को इस तरह विकसित करने की जरूरत है ताकि छोटा किसान अपनी उपज को उचित मूल्य पर बेच सके, बड़ा निवेशक कोल्ड स्टोरेज और अन्य अवसंरचना विकसित कर सके,और उन्हें मार्केटिंग की अच्छी सुविधाएं प्राप्त हों। उत्तर प्रदेश अनेक कृषि-उत्पादों का अग्रणी उत्पादक राज्य है। कृषि-उत्पादों पर आधारित कारोबार जैसे फूड-पार्क,खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां,पशु-पालन और डेयरी उत्पादन में बड़े पैमाने पर निवेश के प्रचुर अवसर मौजूद हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार की‘एक जनपद-एक उत्पाद’योजना की ओर संकेत करते हुए,राष्ट्रपति ने कहा कि हमें इटली और फ्रांस जैसे देशों से यह सीखना है कि किस प्रकार से पारम्परिक हस्तशिल्प की ब्रांडिंग और मार्केटिंग के जरिए कमाई बढ़ाई जाए और रोजगार का विस्तार किया जाए। हमारे शिल्पकार बहुत हुनरमंद हैं;हमें उनके हुनर का प्रभावी इस्तेमाल करना है। इससे उत्तर प्रदेश के हर जनपद में शिल्पकारों की आर्थिक प्रगति होगी और हर जनपद अपनी विशिष्ट पहचान बना सकेगा।

राष्ट्रपति ने कहा कि मानव संसाधन में निवेश करना सबसे अधिक महत्वपूर्ण होता है। उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने हाल के बजट में सबसे बड़ा प्रावधान शिक्षा के लिए किया है। संसाधनों का उपयोग प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा और उच्च शिक्षा के लिए किया जाएगा। प्रदेश की युवा प्रतिभा के विकास में किए जा रहे इस निवेश के दूरगामी लाभ होंगे। उन्होंने अर्थव्यवस्था की नींव के पत्थर के तौर पर शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सरकार की सराहना की।

राष्ट्रपति ने कहा कि निवेशकों ने प्रगतिशील शासन और भविष्योन्मुखी नीतियों के कारण काफी उत्साह दिखाया है। परन्तु राज्य को आगे ले जाने का काम केवल सरकार का ही नहीं है। सभी निवासी इस राज्य के विकास में भागीदार हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश की जनता से आग्रह किया कि वे अपने पारंपरिक आतिथ्य से निवेशकों, पर्यटकों और सभी आर्थिक हितधारकों का स्वागत करें। आर्थिक क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के अलावा,उत्तर प्रदेश की प्रगति से उन लोगों को प्रेरणा मिलेगी और वे राज्य में आने के बाद यहां निवेश करने के लिए भावनात्मक रूप से तैयार हो सकेंगे।

यह विज्ञप्ति 1810 बजे जारी की गई