भारत के राष्ट्रपति जापान पहुंचे; वे सम्राट नारुहितो के राज्याभिषेक समारोह में शामिल हुए
राष्ट्रपति भवन : 22.10.2019
भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द फिलीपींस और जापान की अपनी दो देशों की यात्रा के अंतिम चरण में कल (21 अक्टूबर, 2019) टोकियो, जापान पहुंचे।
आज (22 अक्टूबर, 2019), राष्ट्रपति ‘इम्पीरियल पैलेस’ में जापान के सम्राट नारुहितो के राज्याभिषेक समारोह में शामिल हुए।
राज्याभिषेक समारोह से इतर राष्ट्रपति ने नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी से मुलाक़ात की। चर्चा के दौरान, राष्ट्रपति ने कहा कि नेपाल के साथ अपनी साझेदारी को निरंतर विस्तार देना और इसे मजबूत करना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। यह भारत के पड़ोसी देशों में आर्थिक विकास और समृद्धि को बढ़ावा देने की हमारी सोच के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि भारत नेपाल के साथ अपनी विकासात्मक साझेदारी को महत्व देता है। नेपाल सरकार द्वारा निर्धारित प्राथमिकताओं के अनुसार नेपाल की आर्थिक प्रगति और विकास में समर्थन करने के लिए भारत प्रतिबद्ध है।
उसी शाम, राष्ट्रपति ने जापान में भारत के राजदूत, श्री संजय कुमार वर्मा द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में टोकियो में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि भारत परिवर्तनकारी पथ पर अग्रसर है। हमारी अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। हम तीव्रता से नवीन अवसंरचनाओं का निर्माण कर रहे हैं। हम डिजिटल अर्थव्यवस्था, नई प्रौद्योगिकियों, जलवायु परिवर्तन सम्बन्धी कार्यों और ज्ञान-आधारित समाज की रूपरेखा को आकार देने के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व करने के प्रयास कर रहे हैं। अपनी प्रगति और समृद्धि में भाग लेने के लिए भारत प्रवासी भारतीयों को असीम अवसर उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत को अपनी भावी दृष्टि और सपनों के अनुरूप भारत का निर्माण करने के लिए आपके समर्थन और प्रतिबद्धता की आवश्यकता है, इससे एक ऐसा भारत बन सकेगा जो प्रगति और समृद्धि की रोशनी से लाखों घरों को रोशन करने के लिए प्रतिबद्ध हो; एक ऐसा भारत बन सकेगा जहाँ प्रत्येक व्यक्ति की परवाह की जाए।
राष्ट्रपति ने कहा कि जापान के साथ हमारे गहरे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। हम बौद्ध धर्म से लेकर हिंदू धर्म तक और इससे भी परे, आध्यात्मिक और धार्मिक जुड़ावों से जुड़े हैं। हमारे रणनीतिक, राजनीतिक, सुरक्षा सम्बन्धी और आर्थिक सहयोग ने नई ऊंचाई हासिल की है। हमारी अर्थव्यवस्था में बदलाव लाने में जापान हमारा प्रमुख साझेदार है। मुंबई से अहमदाबाद तक चलने वाली हाई स्पीड रेल परियोजना में जापान की भागीदारी हमारे गहरे पारस्परिक विश्वास और मैत्री का प्रतीक है। अपने प्रौद्योगिकी सहयोग को बेहतर बनाने के लिए, हमने ‘भारत-जापान डिजिटल भागीदारी’ स्थापित की है।
कल (21 अक्टूबर, 2019), राष्ट्रपति ‘सुकिजी होंगवांजी बौद्ध मंदिर’ गए और वहां उन्होंने बोधगया से लाया हुआ एक पौधा लगाया। वे ‘शिंतो मेईजी श्राइन’ भी गए और ‘गोतेम्बा पगोड़ा’ के प्रतिनिधिमंडल के साथ चर्चा की।