भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2017 बैच के अधिकारियों ने राष्ट्रपति से मुलाकात की
राष्ट्रपति भवन : 23.09.2019
वर्तमान में सहायक सचिव के रूप में भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों से सम्बद्ध, भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2017 बैच के 169 अधिकारियों के समूह ने भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द से आज (23 सितंबर, 2019) राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की।
अधिकारियों को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते समय, उन्हें उन कार्य-पद्धतियों पर ध्यान देना होगा जिनसे सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त हो सकें। उन्हें ‘टीम वर्क’ पर जोर देना चाहिए और सभी को साथ लेकर चलना चाहिए; साथ ही हर किसी के योगदान की सराहना करनी चाहिए। और ऐसा करते समय, नेतृत्वकर्ता की भूमिका में रहते हुए आदर्श प्रेरणास्रोत बनना चाहिए। उन्हें सामाजिक-आर्थिक कार्यक्रमों में लोगों की अधिक से अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना चाहिए, विशेष रूप से जहां वे विशेष मानसिकता और प्रवृत्तियों वाले व्यक्तियों के साथ काम कर रहे हों। उन्होंने कहा कि प्रशासन में अब दो पक्ष ‘हम’ और ‘वे’ के रूप में न समझे जाएं, बल्कि अब यह केवल ‘हम’ और ‘हम सब’ ही हैं। सरकार और लोगों के बीच की खाई अब समाप्त हो जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों का दृष्टिकोण ‘लोगों के प्रति संवेदनशील’ और ‘लोकाभिमुख’ होना चाहिए। अपने नागरिकों को "सुगम जीवन" मुहैया कराना हमारी जिम्मेदारी है।
राष्ट्रपति ने कहा कि यदि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है, किसानों की आय को दोगुना करना है, सामाजिक न्याय प्राप्त करना है और हमारी प्रगति में महिलाओं को समान हितधारक बनाना है, तो भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को अत्याधुनिक कार्यशैली अपनानी होगी तथा इसमें उनकी भूमिका सर्वोपरि होगी। उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए अधिकारियों ने पूरी मेहनत और ईमानदारी के साथ काम किया है। अब उन्हें, भारत के लोगों की सेवा करने के लिए उसी उत्साह और समर्पण के साथ अपना कार्य जारी रखना चाहिए।