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भारत के राष्ट्रपति ने सिम्बियोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के 15वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया

राष्ट्रपति भवन : 23.10.2018

भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (23 अक्टूबर, 2018) पुणे में सिम्बियोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के 15वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया।

इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि भारत सदियों से शिक्षा का केन्‍द्र रहा है। तक्षशिला से नालंदा तक, इस उपमहाद्वीप के प्राचीन विश्वविद्यालयों ने एशिया के भिन्‍न-भिन्‍न हिस्सों और उससे परे के अन्य क्षेत्रों से विद्यार्थियों को आकर्षित किया। आधुनिक समय में भी हमारे शिक्षा परिसर कई देशों, विशेष रूप से हमारे पड़ोसी देशों और अफ्रीका महाद्वीप- जिनके साथ हमारे विशेष संबंध हैं, के प्रतिभाशाली युवाओं के लिए खुले हैं और हम उनका स्वागत करते हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि यह उल्‍लेखनीय है कि 166 देशों के 46,144 अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थी भारत के विभिन्न महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों में अध्ययनरत हैं। सिम्बियोसिस इस प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि 1,000 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थी सिम्बियोसिस में अध्ययनरत हैं। उन्‍होंने आगे कहा कि जो विद्यार्थी आज स्नातक होकर जा रहे हैं, उनमें से 329 विद्यार्थी भारत से इतर 33 देशों से हैं। उन्होंने कहा कि सिम्बियोसिस परिसर के बहु-सांस्कृतिक और कॉस्‍मोपोलिटन वातावरण की खूबसूरती इससे बढ़ती है,और राष्ट्रों के बीच सद्भावना को बढ़ावा मिलता है।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में 903 विश्वविद्यालयों और 39,050 महाविद्यालयों का विशाल नेटवर्क है। लेकिन सच्चाई यह है कि अभी भी समूचे शैक्षिक परिदृश्‍य में गुणवत्ता और विश्व स्तरीय उत्कृष्टता प्राप्त किया जाना शेष है। इसी संदर्भ में, सरकार ने निर्णय लिया है कि उच्च शिक्षा के 20 संस्थानों को सर्वोत्तम श्रेणी के वैश्विक मानकों तक पहुंचने के लिए भर्ती और पाठ्यविवरण तय करने में उन्‍हें छूट प्रदान करने की दृष्टि से"उत्‍कृष्‍ट संस्थान" के रूप में बढ़ावा दिया जाए और सहायता की जाए। राष्‍ट्रपति ने सिम्बियोसिस के प्रशासकों, प्राध्यापकों और विद्यार्थियों तथा पूर्व विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे अपने विश्वविद्यालय में कम से कम एक ऐसा "उत्‍कृष्‍ट संस्थान" तैयार और स्‍थापित करने का लक्ष्‍य निर्धारित करें।

यह विज्ञप्ति 1345 बजे जारी की गई।