भारत के राष्ट्रपति ने पांडिचेरी विश्वविद्यालय के 27वें दीक्षान्त समारोह को संबोधित किया; उन्होंने कहा कि चाहे विश्वविद्यालय हो या कोई अन्य संस्था, समाज के प्रति हम सभी की जिम्मेदारी है
राष्ट्रपति भवन : 23.12.2019
भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द आज (23 दिसम्बर, 2019) पांडिचेरी विश्वविद्यालय के 27वें दीक्षान्त समारोह में शामिल हुए और उन्होंने उपस्थित जनों को संबोधित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि विश्वविद्यालय हो या कोई अन्य संस्था, अंततः हम सभी समाज का हिस्सा हैं, और समाज के प्रति हम सभी की जिम्मेदारी बनती है। यह जानकर उन्हें प्रसन्नता हुई कि पांडिचेरी विश्वविद्यालय की सामाजिक उत्तरदायित्व परियोजनाएं ’पहले से ही शानदार उपलब्धि हासिल करती आ रही हैं, इन परियोजनाओं में पांडिचेरी विश्वविद्यालय के सामुदायिक महाविद्यालय में रक्तदान, अंगदान, नेत्रजांच, चित्र प्रदर्शनी और स्वास्थ्य संबंधी जांच जैसी सामुदायिक सेवाएं आरंभ करना शामिल है। उन्हें यह जानकर भी प्रसन्नता हुई कि पांडिचेरी विश्वविद्यालय ऐसा पहला विश्वविद्यालय बनने की राह पर है जिसने अपने परिसर में ‘स्वच्छ भारत’ अभियान का कार्यान्वयन किया हो।
राष्ट्रपति ने कहा कि ग्रामीण युवाओं की सहायता के लिए सामुदायिक महाविद्यालय खोलने की पांडिचेरी विश्वविद्यालय की पहल सराहनीय है। पांडिचेरी विश्वविद्यालय सामुदायिक महाविद्यालय का ध्येय वाक्य है "कौशल निर्माण के माध्यम से रोजगार परक शिक्षा”। स्थानीय समुदायों की आवश्यकताओं और मांगों के अनुरूप शैक्षिक गतिविधियों की रूप-रेखा तैयार की गई हैं। साफ शब्दों में कहा जाए तो, इस महाविद्यालय का मुख्य उद्देश्य विशिष्ट कार्यबल की सामुदायिक मांग के आधार पर रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम उपलब्ध कराना है।