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भारत के राष्ट्रपति 11वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोहों में शामिल हुए

राष्ट्रपति भवन : 25.01.2021

भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द आज (25 जनवरी, 2021) भारत के चुनाव आयोग द्वारा आयोजित किए जा रहे 11वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह में वर्चुअल तौर पर शामिल हुए और इसमें भाग ले रहे लोगों को संबोधित किया। इस आयोजन के दौरान, राष्ट्रपति ने वर्ष 2020-21 के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया और भारत निर्वाचन आयोग के वेब रेडियो - ऑनलाइन डिजिटल रेडियो सेवा: ‘हैलो वोटर्स’ का शुभारम्भ भी किया।

इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर, वे लोगों को यह स्मरण कराना चाहेंगे कि हम सभी को मतदान के बहुमूल्य अधिकार का सदैव सम्मान करते रहना चाहिए। मतदान का अधिकार कोई साधारण अधिकार नहीं है। दुनिया भर में, मतदान के अधिकार के लिए लोगों ने बहुत संघर्ष किया है। स्वतंत्रता के बाद से, हमारे संविधान ने गुण-दोष, धर्म, नस्ल, जाति के आधार पर बिना किसी भेदभाव के सभी नागरिकों को समान अधिकार दिए हैं। इसके लिए हम अपने संविधान निर्माताओं के ऋणी हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय संविधान के प्रमुख शिल्पी, बाबासाहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर ने मतदान के अधिकार को सर्वोपरि माना था। इसलिए, हम सभी का, विशेष रूप से, पहली बार मताधिकार प्राप्त करने वाले हमारे युवाओं का दायित्व है कि वे न केवल स्वयं अधिक से अधिक संख्या में, पूरी समझ-बूझ के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग करें, अपितु दूसरे लोगों को भी प्रेरित करें।

पिछले साल कोविड-19 महामारी के दौरान बिहार, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख में सफल और सुरक्षित चुनाव का आयोजन कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग की प्रशंसा करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि यह हमारे लोकतंत्र की असाधारण उपलब्धि है। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि ‘सुगम, समावेशी एवं सुरक्षित’ चुनाव कराने के अपने ध्येय के अनुरूप निर्वाचन आयोग ने अनेक अभिनव और समयानुकूल उपाय किए।

भारत निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस, अर्थात् 25 जनवरी 1950 को पूरे देश में ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ का आयोजन वर्ष 2011 से प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को किया जा रहा है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह का मुख्य उद्देश्य, विशेष रूप से नए मतदाताओं के लिए नामांकन को सुविधाजनक बनाते हुए अधिक से अधिक भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करना है। देश के मतदाताओं को समर्पित, इस दिन का उपयोग मतदाताओं के बीच जागरूकता फैलाने और चुनावी प्रक्रिया में सुविचारित भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है।