भारत के राष्ट्रपति केरल में; तिरुवनंतपुरम में टेक्नोसिटी परियोजना आरंभ की और टेक्नोसिटी में प्रथम सरकारी भवन की आधारशिला रखी
राष्ट्रपति भवन : 27.10.2017
भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (27अक्तूबर, 2017) तिरुवनंतपुरम में टेक्नोसिटी परियोजना आरंभ की और टेक्नोसिटी में प्रथम सरकारी भवन की आधारशिला रखी।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि आधारिक साक्षरता और कौशल में केरल की त़ाकत तथा सेवा क्षेत्र और उपभोक्ता प्रेरित उद्योगों में केरल के लोगों के अनुभव ने इस राज्य में सूचना प्रौद्योगिकी का स्वाभाविक वातावरण उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिक अपने आप में ही महत्त्वपूर्ण नहीं है। यह समूची सेवा आधारित अर्थव्यवस्था को मज़बूती देता है। इसने स्वास्थ्य-चर्या,शिक्षा, पर्यटन और बहुत से अन्य उद्योगों में परिवर्तनकारी भूमिका निभाई है। ये क्षेत्र केरल की ताकत हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि टेक्नोसिटी का विकास केरल के युवाओं को नए अवसर मुहैया करवाएगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि केरल के लोग देश के अनेक भागों में आर्थिक परिदृश्य का महत्त्वपूर्ण अंग हैं। ऐसी उपलब्धियॉं किसी भी रूप में भारत तक सीमित नहीं हैं। केरल के हमारे भाइयों और बहिनों की मेहनत के बिना संयुक्त अरब अमीरात और खाड़ी के अन्य देशों की अर्थव्यवस्था आज जैसी नहीं होती। उन देशों में बसे केरल के प्रवासी कामगारों ने लगातार विदेशी मुद्रा भेजकर भारत के विकास में भी योगदान दिया है। हम उन्हें या राष्ट्र निर्माण में उनकी प्रचुर भूमिका को नहीं भूल सकते।
राष्ट्रपति ने कहा कि सेवा क्षेत्र की मूल्य शृंखला में आगे बढ़ते हुए,केरल को तीन क्षेत्रों में ठोस बढ़त प्राप्त है। पहला क्षेत्र है-सूचना प्रौद्योगिकी का। दूसरे क्षेत्र हैं-पर्यटन और स्वास्थ्य-चर्या। ये ऐसे क्षेत्र भी हैं जिनमें हमारे युवाओं विशेषकर केरल के प्रतिभावान पुरुषों और महिलाओं के लिए नौकरियां और रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं।
यह विज्ञप्ति 1630 बजे जारी की गई