भारत के राष्ट्रपति ने “मेकिंग ऑफ़ न्यू इंडिया” पुस्तक की पहली प्रति प्राप्त की
राष्ट्रपति भवन : 27.11.2018
भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने केन्द्रीय वित्त एवं कार्पोरेट कार्य मंत्री, श्री अरुण जेटली से "मेकिंग ऑफ़ न्यू इंडिया: ट्रांसफॉर्मेशन अंडर मोदी गवर्नमेंट” पुस्तक की पहली प्रति प्राप्त कीl श्री जेटली ने आज (27 नवम्बर, 2018) राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में इसका औपचारिक रूप से लोकार्पण कियाl
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि समकालीन प्रशासन ने "नवीन भारत” के सर्व समावेशी विचार को रूप-आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैl "समावेशन” केवल एक नारा मात्र नहीं है, इससे बढ़कर है। सरकार ने इस संदर्शन को अपने नीति निर्माण के केन्द्र में रखा हैl यह सुनिश्चित करने के लिए असंख्य उपाय किए गए हैं कि भारत की विकास गाथा में पीछे छूट गए सामाजिक-आर्थिक समूह, समुदाय और क्षेत्र, साकल्यवादी रूप में मुख्यधारा में शामिल किये जाएंl इस सरकार ने कुछ आधारभूत कार्यक्रम आरंभ किए हैं और गरीबी को निर्णायक रूप से समाप्त करने तथा ऐसे करोड़ों लोगों के जीवन के उत्थान के प्रयास किए हैं, जिन लोगों को वे सुविधाएं और सेवाएं प्राप्त नहीं हुई हैं, जिनके वे हकदार हैंl
राष्ट्रपति ने कहा कि यद्यपि यह कहना गलत होगा कि यह विकास यात्रा केवल सरकार की ही उपलब्धि रही हैl जिस उत्साह से आम जनता ने इस प्रयास में भागीदारी की है उसकी भी सराहना आवश्यक हैl यह देखकर बहुत ही सुखद अनुभव हुआ है कि लोगों ने स्वेच्छा से राज-सहायता और वित्तीय लाभ छोड़े हैं ताकि पात्र और वास्तविक रूप से जरूरतमंद लोग इनका लाभ लेकर सम्मान का जीवन जी सकेंl यथास्थिति को बदलने के लिए लोगों द्वारा निस्वार्थ भाव से श्रमदान करना अब आम सा हो गया हैl हमारे देश के नागरिकों द्वारा किए गए ऐसे ही स्वतःस्फूर्त योगदान से तीव्र परिवर्तन संभव हो पाया हैl
राष्ट्रपति ने नोट किया कि "मेकिंग ऑफ़ न्यू इंडिया” पुस्तक में विभिन्न नीतियों और कार्यक्रमों के आकलन को एक साथ लाकर प्रस्तुत करने से, इसके पाठकों को राष्ट्रीय विकास यात्रा का बहुआयामी दृश्य दिखाई देगाl उन्होंने विश्वास जताया कि पुस्तक में प्रस्तुत विश्लेषण और शोध-पत्र नागरिकों और सरकार दोनों के लिए सहायक संदर्भ का काम करेंगेl
डॉ बिबेक देबरॉय, डॉ अनिरर्बान गांगुली और श्री किशोर देसाई द्वारा सम्पादित इस पुस्तक में अर्थव्यवस्था से लेकर राजनय, शिक्षा से लेकर सार्वजनिक स्वास्थ्य तक की विषयवस्तुओं पर 51 लेख शामिल हैंl
यह विज्ञप्ति 1900 बजे जारी की गईl