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भारत के राष्ट्रपति ने आंध्र प्रदेश सरकार की चार परियोजनाओं का लोकार्पण किया; उन्होंने कहा कि चौबीस घंटे संयोजित विश्व में सरकार को ऑन लाइन, समयबद्ध और तत्पर रहना होगा

राष्ट्रपति भवन : 27.12.2017

भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ने आज (27 दिसम्बर, 2017) वेलागपूड़ी, आंध्र प्रदेश में आयोजित एक समारोह में राज्य सरकार की चार परियोजनाओं को आंध्र प्रदेश के लोगों को समर्पित किया। इनमें आंध्र प्रदेश फाइबरग्रिड, आंध्र प्रदेश निगरानी परियोजना, ड्रोन परियोजना; तथा फ्री स्पेस ऑप्टिकल कम्यूनिकेशन प्रणाली शामिल थी।

इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि एक दशक पहले से ही डाटा और इंटरनेट पहुंच जैसी खर्चीली विलासिता को आज पानी, बिजली और खाना पकाने की गैस जैसी बुनियादी जरूरत के रूप में देखा जाने लगा है। हम एक प्लग एण्ड प्ले प्रणाली की ओर बढ़ रहे हैं जिसमें ऐसे घर और कार्यालय होंगे जो पहले से ही ब्रॉडबैंड संयोजन वाले होंगे। आंध्र प्रदेश इस संभावना को साकार करने का प्रयास कर रहा है। वास्तव मे इसने भविष्य को पहचान लिया है।

राष्ट्रपति ने कहा कि इंटरनेट तक पहुंच के अनेक लाभ हैं। आम नागरिक हमारी कल्पना से परे आंकड़ों तक पहुंच से लाभ प्राप्त कर रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में किसान और छोटे उत्पादक सुदूर स्थानों के खरीददारों से संपर्क करने तथा अपने उत्पादों की असली कीमत पता करने के लिए इंटरनेट संयोजन का प्रयोग करते हैं। इसी प्रकार, डिजिटल कक्षाओं और दूर-चिकित्सा से हमारे लोग पारंपरिक बाधाओं को पार कर सकते हैं। वे ज्ञान का दायरा बढ़ा सकते हैं तथा दूर-दराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं और निदान उपलब्ध करवा सकते हैं। इसीलिए डाटा संयोजन मानव सशक्तीकरण और सामाजिक बदलाव का माध्यम बन गया है।

राष्ट्रपति को यह जानकर खुशी हुई कि आंध्र प्रदेश सरकार शासन की तत्काल सूचना प्रदान करने के लिए ड्रोन प्रयोग करने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि इसके सुरक्षा और पुलिस व्यवस्था, खनन, शहरी विकास, कृषि उत्पादकता वृद्धि, वन क्षेत्र के मापन, प्राकृतिक और अन्य आपदाओं की पहचान जैसे अनेक लाभ होंगे। यह अन्य राज्यों के लिए भी अनुकरणीय है।

राष्ट्रपति ने कहा कि प्रौद्योगिकी को सरकारी दायित्वों के साथ जोड़ना प्रशंसनीय है। हम एक ऐसी स्थिति की ओर बढ़ रहे हैं जहां प्रौद्योगिकी सरकार के लिए वैकल्पिक ही नहीं है बल्कि यह कमोवेश आधुनिक शासन की ओर प्रेरित करती है। चौबीस घंटे जुड़े हुए विश्व में सरकारें और प्रशासन प्रतिक्रियावादी नहीं हो सकते; उन्हें ऑनलाइन, समयबद्ध और तत्पर रहना होगा। प्रौद्योगिकी ऐसा करने में सहायक है।

बाद में, राष्ट्रपति ने आंध्र प्रदेश सरकार के सचिवालय भवन के आरटीजी केंद्र में रियल टाइम शासन पर एक विवरण बैठक में भाग लिया।

यह विज्ञप्ति 1900 बजे जारी की गई