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भारत के राष्ट्रपति सूरत पहुंचे; वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित किया; कहा कि शिक्षा का उद्देश्य नवाचार और विचार की स्वतन्त्रता को बढ़ावा देने का होना चाहिए

राष्ट्रपति भवन: 29.05.2018

भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने आज (29 मई, 2018) सूरत, गुजरात में वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के वार्षिक दीक्षांत समारोह में भाग लिया और उसे संबोधित किया।

इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय का नाम गुजराती के महान साहित्यकार नर्मदाशंकर लाल शंकर दवे या वीर नर्मद के नाम पर रखा गया है, जोन केवल एक कवि और लेखक बल्कि एक समाज सुधारक भी थे। वीर नर्मद एक राष्ट्र निर्माता थे; उन्होंने गुजराती और भारतीय अस्मिता को आकार दिया और महिला सशक्तिकरण, विधवा पुनर्विवाह और इसी तरह की अन्य समस्याओं पर कार्य किया।

राष्ट्रपति ने कहा कि दक्षिण गुजरात का क्षेत्र इस राज्य का एक आर्थिक इंजिन है और इस क्षेत्र में भी सूरत शहर का महत्वपूर्ण योगदान है।टेक्सटाइल्स और हीरा उद्योग इस नगर की विशेष पहचान है और इसीलिए देश के दूर-दूर के प्रदेशों के काम करने वालों को सूरत अपनी ओर आकर्षित करता है। इसीलिए कभी-कभी इस नगर को "मिनी इंडिया” कहा जाता है। यहां अग्रणी शैक्षणिक संस्थान के रूप में, वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय एक महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी निभा रहा है। विश्वविद्यालय अपने कार्य क्षेत्र मेंमौजूद आदिवासी बेटे-बेटियों की काफी बड़ी जनसंख्या की सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

राष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य छात्र समुदाय के अंदर विचारों की आजादीऔर नवाचार को बढ़ावा देने का और व्यावसायिक कैरियर के लिए क्षमताओं का निर्माण करने का होना चाहिए। शिक्षा से हमें दूसरों की भावनाओं के सम्मान के साथ-साथ समाज के कल्याण के लिए काम करने की सीख मिलना चाहिए।

इससे पहले आज सुबह राष्ट्रपति ने सूरत में कैडेवर अंगदानियों के परिवार के सदस्यों के सम्मान समारोह में भाग लिया। यह समारोह ‘डोनेट लाइफ’ एनजीओ द्वारा आयोजित किया गया था।सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने मानवसेवा के लिए अंग दान हेतु लोगों को प्रेरित करने के लिए उपस्थित जनसमूह का आह्वान किया।

बाद में, राष्ट्रपति ने इसरोके पूर्व अध्यक्ष डॉ.ए.एस. किरण कुमार तथा नोबेल पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी को एसआर के फाउंडेशन द्वारा शुरू किए गए 'संतोकबा ह्यूमेनिटेरियन अवॉर्ड' से सम्मानित किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि सूरत के व्यापारिक समुदाय के लोगों को दुनिया भर में परोपकारी और सामाजिक कल्याण के प्रयासों के समर्थन के लिए अच्छी तरह से जाना जाता है। उन्होंने इस तरह के पुरस्कार स्थापित करनेके लिए और इस परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए एसआर के एक्स्पोर्ट्स के श्री गोविंद ढोलकिया की सराहना की।

यह विज्ञप्ति 1625 बजे जारी की गई।