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भारत के राष्ट्रपति बेनिन पहुंचे; बेनिन के राष्ट्रपति के साथ शिष्टमंडल स्तरीय वार्ता का नेतृत्व किया

राष्ट्रपति भवन : 29.07.2019

भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द, तीन पश्चिम अफ्रीकी देशों - बेनिन, गाम्बिया और गिनी के अपने राजकीय दौरे के पहले चरण में कल (28 जुलाई, 2019) कोटनोउ, बेनिन पहुंचे। भारत के किसी राष्ट्राध्यक्ष/राष्ट्र प्रमुख द्वारा इन तीनों देशों की यह पहली यात्रा है।

आज (29 जुलाई, 2019), राष्ट्रपति ने कोटनोउ में मरीना प्रेसिडेंशियल पैलेस से अपनी यात्रा की शुरुआत की, जहां उनकी अगवानी उनके समकक्ष श्री पैट्रिस टैलोन ने की और उनका समाहोरिक स्वागत किया गया।

राष्ट्रपति टैलोन के साथ हुई परस्पर चर्चा के दौरान, राष्ट्रपति ने कहा कि उनके लिए यह वास्तव में बड़े सम्मान की बात है कि वे भारत की ओर से बेनिन की पहली राजकीय यात्रा पर आए हैं। उन्होंने अपने शानदार स्वागत और सत्कार के लिए राष्ट्रपति टैलोन का धन्यवाद किया।

इसके बाद, राष्ट्रपति ने दोनों पक्षों के बीच शिष्टमंडल स्तरीय वार्ता का नेतृत्व किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बेनिन और भारत के बीच गर्मजोशी भरे और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। भारत बेनिन के साथ आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने का इच्छुक है। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि 800 मिलियन यूएस डॉलर से अधिक के दो-तरफा व्यापार के साथ, भारत बेनिन के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार के रूप में उभरा है। बेनिन में भारतीय या भारतीय स्वामित्व वाली लगभग 100 कंपनियां संचालित हो रही हैं। बेनिन के उद्योग क्षेत्र में, विशेष रूप से खनन के क्षेत्र में, और भी भारतीय कंपनियां प्रवेश करने की इच्छुक हैं। भारत चाहता है कि अपने कारोबार को बढ़ाने में बेनिन इन कंपनियों को समर्थन दे।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत बेनिन की तरक्की और विकास का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि बेनिन के 103 गांवों में जलापूर्ति की योजनाओं के उन्नयन के लिए 42.6 मिलियन यूएस डॉलर की ऋण सहायता का कार्यान्वयन अच्छी तरह से किया जा रहा है। उन्होंने बेनिन में विकासात्मक परियोजनाओं के लिए 100 मिलियन यूएस डॉलर मूल्य की नई ऋण योजना की घोषणा की। उन्होंने बेनिन के लिए ई-वीजा सुविधा के विस्तार की भी घोषणा की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस सुविधा से भारत-बेनिन व्यापार संबंधों को बहुत बढ़ावा मिलेगा। भारत की ओर से बेनिन के 15,000 विद्यार्थियों को निशुल्क टेली-शिक्षा पाठ्यक्रम और अफ्रीका के 1000 डॉक्टरों और पैरामेडिक्स को टेली-मेडिसिन पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने की पेशकश की गई। इसके अलावा, दोनों पक्षों ने प्रतिरक्षा और सुरक्षा सहयोग पर चर्चा की तथा भारत ने बेनिन को समुद्री डकैती के विरुद्ध अपनी क्षमता के विस्तार के लिए प्रशिक्षण सहायता की पेशकश की।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् की स्थायी सदस्यता हेतु भारत की उम्मीदवारी के समर्थन के लिए भारत ने बेनिन को धन्यवाद दिया। दोनों देशों ने आतंकवाद और समुद्री डकैती के विरुद्ध वैश्विक लड़ाई में एक साथ खड़े होने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। वे ‘अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन’ के माध्यम से जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए साथ मिलकर काम करने पर भी सहमत हुए।


दोनों राष्ट्रपतियों के सामने निम्नलिखित सहमति-पत्रों/समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए और इनका आदान-प्रदान किया गया:
(i) वर्ष 2019-2023 के बीच दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक विनिमय कार्यक्रम
(ii) निर्यात ऋण और निवेश बीमा के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन
(iii) बेनिन और टेलीकम्युनिकेशन कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (टीसीआईएल) के बीच समझौता ज्ञापन- विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के ई-वीबीएबी नेटवर्क परियोजना (पैन अफ्रीका ई-नेटवर्क परियोजना (पीएइएनपी) चरण-1 का प्रौद्योगिकी उन्नयन) में प्रतिभागिता के लिए
(iv) राजनयिक, सरकारी/सेवा पासपोर्ट धारकों के लिए वीजा की आवश्यकता से आपसी छूट पर समझौता।

राष्ट्रपति ने बेनिन की अपनी यात्रा पर प्रेस वक्तव्य (संलग्न) भी जारी किया।

बाद में शाम को, राष्ट्रपति पोर्तो नोवो में बेनिन की नेशनल असेम्बली को संबोधित करेंगे। वे बेनिन के राष्ट्रपति द्वारा अपने सम्मान में आयोजित राजभोज में भी शामिल होंगे।